कैलाश सत्यार्थी 'बचपन बचाओ आंदोलन' से जुड़े हैं.
खास बातें
- कैलाश सत्यार्थी के घर सात फरवरी को चोरी हुई थी
- चोर उनके नोबेल पुरस्कार के रेप्लिका को भी ले गए थे
- उस दौरान कैलाश सत्यार्थी विदेश गए थे
नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने कैलाश सत्यार्थी के चोरी हुए नोबेल पुरस्कार और दूसरे सम्मान बरामद कर लिए हैं. इस मामले में 3 सगे भाइयों को गिरफ्तार किया गया है. कैलाश सत्यार्थी को मिले नोबेल पुरस्कार की ये वही रेप्लिका है जिसे 7 फरवरी को कालका जी इलाके के अरावली अपार्टमेंट के कैलाश सत्यार्थी के घर से चोरी कर लिया गया था. इसके साथ ही चोरी हुए सभी अवार्ड और गहने भी बरामद कर लिए गए.
गिरफ्तार हुए राजन, सुनील और विनोद सगे भाई हैं और संगम विहार के रहने वाले हैं. ये लोग पहले भी कई वारदात में शामिल रहे हैं. पुलिस इन तक सीसीटीवी और फिंगर प्रिंट के नमूनों के जरिये पहुँची. पुलिस के मुताबिक ये अवार्ड को सोना समझ कर ले गए लेकिन चोरी के बाद इन्हें अहसास हुआ की इन लोगों ने क्या चोरी कर लिया है. ज्वाइंट कमिश्नर आर पी उपाध्याय के मुताबिक चोरी के बाद जब इन लोगों ने टीवी पर देखा की उनसे नोबेल चोरी हो गया है तो इनकी बेचैनी बढ़ गयी और ये लोग पिछले 5 दिनों से लगातार ठिकाने बदलने रहे.
दिल्ली पुलिस के मुताबिक कैलाश सत्यार्थी के घर के आसपास जिन 2 घरों में चोरी हुई थी, उनका सामान भी बरामद कर लिया गया है. उन घटनाओं को भी इन्होंने ही अंजाम दिया था.