राज्यवर्धन राठौड़ (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
सेना द्वारा किए गए लक्षित हमले को आतंकवादियों के खिलाफ 'पूर्व नियोजित कार्रवाई' बताते हुए केंद्रीय मंत्री राज्यवर्धन राठौड़ ने गुरुवार को कहा कि ऑपरेशन के दौरान किसी सीमा का उल्लंघन नहीं हुआ है क्योंकि पीओके भारत का ही हिस्सा है. उन्होंने कहा कि लक्षित हमला सैन्य कार्रवाई नहीं है बल्कि आतंकवाद निरोधक कार्रवाई है और आतंकवाद निरोधक अभियान में एलओसी हमारे लिए कोई बाधा नहीं होगी.
उन्होंने कहा कि भारत इस तरह की आक्रामक कार्रवाई 'नहीं चाहता' और काफी धैर्य से काम करता है लेकिन अपने नागरिकों की रक्षा के लिए कार्रवाई करेगा. उन्होंने कहा, "अगर आप बाध्य करेंगे तो हम कार्रवाई करेंगे. अपने देश की रक्षा के लिए हम एक साथ खड़े होंगे और पूर्व नियोजित कार्रवाई करेंगे. पाक अधिकृत कश्मीर भारत का ही हिस्सा है. इसलिए हमने किसी सीमा का उल्लंघन नहीं किया है."
एलओसी पर सेना की कार्रवाई के बार में सूचना और प्रसारण राजयमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दोस्ती का माहौल बनाने का प्रयास किया 'लेकिन इसे कमजोरी नहीं समझा जाना चाहिए.'
उन्होंने कहा, "अगर हमारे नागरिकों को धमकी दी जाती है तो हम हमला करेंगे." उन्होंने कहा कि यह आतंकवादी विरोधी अभियान था. राठौड़ ने कहा, "आतंकवादी भारत में घुसपैठ करने वाले थे, भय का माहौल बनाने वाले थे और निर्दोषों की हत्या करने वाले थे. इसलिए यह पूर्व नियोजित कार्रवाई है जिन्हें नियंत्रण रेखा के पास अग्रिम शिविरों पर अंजाम दिया गया."
सेवानिवृत्त कर्नल राठौड़ ने कहा कि पाकिस्तान को यह समझना महत्वपूर्ण है कि ये आतंकवादी उनके देश सहित पूरी मानवता के लिए खतरा हैं. राठौड़ ने कहा, "वे इसे सरकार से इतर तत्व मानते हैं इसलिए अगर वे इस तरह के हमले नहीं रोक सकते तो भारत खुद की रक्षा करेगा. मेरा मानना है कि यह समझना काफी महत्वपूर्ण है कि यह पूरे धैर्य से की गई कार्रवाई है."
अभियान के बारे में उन्होंने कहा कि लगता है कि आतंकवादियों के इकट्ठा होने की गोपनीय सूचना थी जिसके बाद सेना ने देश की रक्षा के लिए कार्रवाई की. उन्होंने उम्मीद जताई कि पाकिस्तान को महसूस होगा कि आतंकवादी उनके लिए भी खतरा हैं और वे उन पर अंकुश लगाएंगे.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
उन्होंने कहा कि भारत इस तरह की आक्रामक कार्रवाई 'नहीं चाहता' और काफी धैर्य से काम करता है लेकिन अपने नागरिकों की रक्षा के लिए कार्रवाई करेगा. उन्होंने कहा, "अगर आप बाध्य करेंगे तो हम कार्रवाई करेंगे. अपने देश की रक्षा के लिए हम एक साथ खड़े होंगे और पूर्व नियोजित कार्रवाई करेंगे. पाक अधिकृत कश्मीर भारत का ही हिस्सा है. इसलिए हमने किसी सीमा का उल्लंघन नहीं किया है."
एलओसी पर सेना की कार्रवाई के बार में सूचना और प्रसारण राजयमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दोस्ती का माहौल बनाने का प्रयास किया 'लेकिन इसे कमजोरी नहीं समझा जाना चाहिए.'
उन्होंने कहा, "अगर हमारे नागरिकों को धमकी दी जाती है तो हम हमला करेंगे." उन्होंने कहा कि यह आतंकवादी विरोधी अभियान था. राठौड़ ने कहा, "आतंकवादी भारत में घुसपैठ करने वाले थे, भय का माहौल बनाने वाले थे और निर्दोषों की हत्या करने वाले थे. इसलिए यह पूर्व नियोजित कार्रवाई है जिन्हें नियंत्रण रेखा के पास अग्रिम शिविरों पर अंजाम दिया गया."
सेवानिवृत्त कर्नल राठौड़ ने कहा कि पाकिस्तान को यह समझना महत्वपूर्ण है कि ये आतंकवादी उनके देश सहित पूरी मानवता के लिए खतरा हैं. राठौड़ ने कहा, "वे इसे सरकार से इतर तत्व मानते हैं इसलिए अगर वे इस तरह के हमले नहीं रोक सकते तो भारत खुद की रक्षा करेगा. मेरा मानना है कि यह समझना काफी महत्वपूर्ण है कि यह पूरे धैर्य से की गई कार्रवाई है."
अभियान के बारे में उन्होंने कहा कि लगता है कि आतंकवादियों के इकट्ठा होने की गोपनीय सूचना थी जिसके बाद सेना ने देश की रक्षा के लिए कार्रवाई की. उन्होंने उम्मीद जताई कि पाकिस्तान को महसूस होगा कि आतंकवादी उनके लिए भी खतरा हैं और वे उन पर अंकुश लगाएंगे.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
राज्यवर्धन राठौड़, एलओसी, पाक अधिकृत कश्मीर, पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके), एलओसी पर सेना की कार्रवाई, आतंकवादी विरोधी अभियान, नियंत्रण रेखा, एलओसी पर सर्जिकल ऑपरेशन, सर्जिकल हमला, PoK, Military Operation, Surgical Operation, LoC, Indian Army, Pakistan Occupied Kashmir, Lin