उमा भारती (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
अब नदियों पर ऐसे बांध नहीं बनाए जाएंगे जिनसे नदियों के पर्यावरण पर बुरा असर पड़ता हो। केंद्रीय जल संसाधन मंत्री उमा भारती ने केंद्रीय जल आयोग (CWC) को ऐसी बांध परियोजनाओं को अनुमति नहीं देने का निर्देश दिया है जिनसे नदियों के पर्यावरण पर विपरीत असर पड़ता हो।
एक बयान के अनुसार उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद में ‘नमामि गंगे-राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन’ पर जॉइंट प्रेजेंटेशन की समीक्षा करते हुए उमा ने कहा कि अगले तीन साल में गंगा के किनारे पड़ने वाले 11 महत्वपूर्ण शहरों में गंगा की सफाई की जाएगी।
इन 11 शहरों में ऋृषिकेश, हरिद्वार, इलाहाबाद, वाराणसी, गढ़मुक्तेश्वर, कानपुर, पटना, साहिबगंज, कोलकाता और नवद्वीप हैं।
(प्रतीकात्मक तस्वीर)
उमा के हवाले से जारी वक्तव्य के अनुसार, 'अभियान का पहला चरण अगले साल अक्टूबर तक पूरा होगा।' बयान के अनुसार, नमामि गंगे कार्यक्रम के तहत वाराणसी के लिए 2100 करोड़ रुपए, इलाहाबाद के लिए 1700 करोड़ रपये खर्च किये जाएंगे।
एक बयान के अनुसार उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद में ‘नमामि गंगे-राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन’ पर जॉइंट प्रेजेंटेशन की समीक्षा करते हुए उमा ने कहा कि अगले तीन साल में गंगा के किनारे पड़ने वाले 11 महत्वपूर्ण शहरों में गंगा की सफाई की जाएगी।
इन 11 शहरों में ऋृषिकेश, हरिद्वार, इलाहाबाद, वाराणसी, गढ़मुक्तेश्वर, कानपुर, पटना, साहिबगंज, कोलकाता और नवद्वीप हैं।
(प्रतीकात्मक तस्वीर)
उमा के हवाले से जारी वक्तव्य के अनुसार, 'अभियान का पहला चरण अगले साल अक्टूबर तक पूरा होगा।' बयान के अनुसार, नमामि गंगे कार्यक्रम के तहत वाराणसी के लिए 2100 करोड़ रुपए, इलाहाबाद के लिए 1700 करोड़ रपये खर्च किये जाएंगे।
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