रूबी ने पूछताछ में बताया है कि पिता ने उससे कहा था कि वे 'उसके रिजल्ट का ध्यान रख लेंगे।'
पटना:
बिहार के कक्षा 12वीं की परीक्षा में कथित धोखाधड़ी के लिए स्कूली छात्रा रूबी राय की गिरफ्तारी के मामले में राज्य सरकार की राय अलग-अलग है। कुछ लोगों का कहना है कि 17 वर्षीय छात्रा को क्यों सजा दी जा रही है जबकि उसके माता-पिता आजाद घूम रहे हैं। गौरतलब है कि परीक्षा में रूबी ने टॉप किया था।
शिक्षा मंत्री उपेंद्र कुशवाह ने खासतौर पर कहा कि निजी कॉलेज के संचालक बच्चा राय द्वारा की गई धोखाधड़ी में रूबी के पिता अवधेश राय भी शामिल थे। इस बहुचर्चित घोटाले में अब तक 20 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। पॉलिटिकल साइंस में टॉपर घोषित की गई रूबी राय ने रिपोर्टर्स से चर्चा में कहा था कि उसके विषयों में कुकिंग शामिल था। कई अन्य टॉपर्स भी आधारभूत (बेसिक) सवालों के जवाब देने में नाकाम रहे थे। खास बात यह है कि ये सभी एक ही संस्थान से थे। पुलिस ने इस घोखाधड़ी की साजिश के कर्ताधर्ताओं की पहचान के लिए एक विशेष टीम का गठन किया है। इसमें राज्य सरकार के शिक्षा विभाग के अधिकारियों के भी शामिल होने की आशंका है।
इससे पहले राज्य शिक्षा विभाग के अधिकारियों और शिक्षकों को पिछले साल उस समय शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा था जब टीवी फुटेज में परीक्षा दे रहे विद्यार्थियों की गाइड और अन्य सामग्री से नकल में मदद के लिए बच्चों के पेरेंट्स, रिश्तेदारों व अन्य को स्कूल की इमारत की बाहरी दीवार पर चढ़ा दिखाया गया था। बिहार स्कूल परीक्षा बोर्ड की ओर से रूबी राय के विशेष री-टेस्ट और इंटरव्यू के आदेश के बाद रूबी को गिरफ्तार कर लिया गया था।
री-टेस्ट और इंटरव्यू में रूबी एक भी सवाल का जवाब नहीं दे पाई थी। पुलिस के मुताबिक, पूछताछ में रूबी ने बताया है कि पिता ने उससे कहा था कि वे 'उसके रिजल्ट का ध्यान रख लेंगे।' जांचकर्ताओं यह यह तथ्य स्थापित करने में जुटे हैं कि परीक्षा में टॉप करने के लिए रूबी के पिता ने अधिकारियों को घूस दी। रिपोर्ट के अनुसार, रूबी ने जांचकर्ताओं को बताया है कि 'मैं केवल सेकंड डिवीजन चाहती थी, मैं कभी सोचा नहीं था कि मैं टॉप करूंगी।'
शिक्षा मंत्री उपेंद्र कुशवाह ने खासतौर पर कहा कि निजी कॉलेज के संचालक बच्चा राय द्वारा की गई धोखाधड़ी में रूबी के पिता अवधेश राय भी शामिल थे। इस बहुचर्चित घोटाले में अब तक 20 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। पॉलिटिकल साइंस में टॉपर घोषित की गई रूबी राय ने रिपोर्टर्स से चर्चा में कहा था कि उसके विषयों में कुकिंग शामिल था। कई अन्य टॉपर्स भी आधारभूत (बेसिक) सवालों के जवाब देने में नाकाम रहे थे। खास बात यह है कि ये सभी एक ही संस्थान से थे। पुलिस ने इस घोखाधड़ी की साजिश के कर्ताधर्ताओं की पहचान के लिए एक विशेष टीम का गठन किया है। इसमें राज्य सरकार के शिक्षा विभाग के अधिकारियों के भी शामिल होने की आशंका है।
इससे पहले राज्य शिक्षा विभाग के अधिकारियों और शिक्षकों को पिछले साल उस समय शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा था जब टीवी फुटेज में परीक्षा दे रहे विद्यार्थियों की गाइड और अन्य सामग्री से नकल में मदद के लिए बच्चों के पेरेंट्स, रिश्तेदारों व अन्य को स्कूल की इमारत की बाहरी दीवार पर चढ़ा दिखाया गया था। बिहार स्कूल परीक्षा बोर्ड की ओर से रूबी राय के विशेष री-टेस्ट और इंटरव्यू के आदेश के बाद रूबी को गिरफ्तार कर लिया गया था।
री-टेस्ट और इंटरव्यू में रूबी एक भी सवाल का जवाब नहीं दे पाई थी। पुलिस के मुताबिक, पूछताछ में रूबी ने बताया है कि पिता ने उससे कहा था कि वे 'उसके रिजल्ट का ध्यान रख लेंगे।' जांचकर्ताओं यह यह तथ्य स्थापित करने में जुटे हैं कि परीक्षा में टॉप करने के लिए रूबी के पिता ने अधिकारियों को घूस दी। रिपोर्ट के अनुसार, रूबी ने जांचकर्ताओं को बताया है कि 'मैं केवल सेकंड डिवीजन चाहती थी, मैं कभी सोचा नहीं था कि मैं टॉप करूंगी।'