क्रूज शिप ड्रग्स पार्टी मामले में शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान (Aryan Khan) की गिरफ्तारी को लेकर एनसीबी और बीजेपी पर साठगांठ का आरोप लगाने वाले एनसीपी नेता नवाब मलिक (Nawab Malik) को Y प्लस सिक्योरिटी दी गई है. उन्हें फोन पर धमकियां मिल रही थीं , जिसके बाद उनकी सुरक्षा को बढ़ाने का कदम उठाया गया. उन्होंने क्रूज ड्रग्स पार्टी केस में एनसीबी की अनियमितता को उजागर करना शुरू किया है. हाल ही में एनडीटीवी के साथ खास बातचीत में नवाब मलिक ने कहा था कि एनसीबी ने रिया चक्रवर्ती से लेकर क्रूज ड्रग्स पार्टी तक बहुत सारे फर्जी मामले बनाए हैं. इसमें केपी गोसावी नाम का एक व्यक्ति शामिल है, जो फरार है. बहुत सारी चाजें धीरे-धीरे एविडेंस के साथ सामने रखेंगे. खुलासे करेंगे तो सबके सामने करेंगे. एनसीबी के अधिकारी समीर वानखेड़े के जासूसी के आरोपों पर नवाब मलिक ने कहा कि कौन उनकी जासूसी कर रहा है, ये तो पता नहीं, अगर वे नाम लेकर कहें कि नवाब मलिक उनकी जासूसी कर रहे हैं तो उसका मैं जवाब दूंगा.
उन्होंने आगे कहा कि कुछ लोगों को डर रहता है कि कहीं उनकी कोई बात तो सामने नहीं आने वाली .कुछ गलतियां हैं, जिसके बारे में वो जानकारियां जुटा रहे हैं. बॉलीवुड तो हमेशा से सॉफ्ट टारगेट रहा है. इसकी वजह भी है कि बॉलीवुड के मामलों में बड़े पैमाने पर पब्लिसिटी भी हासिल होती है. रिया चक्रवर्ती के मामले में कई बॉलीवुड हस्तियों को लाया गया. मीडिया ट्रायल चले, बड़े पैमाने पर उगाही की गई है. रिया के पास कोई सबूत भी नहीं मिला था. लोगों के अंदर डर पैदा किया गया. पब्लिसिटी के लिए बॉलीवुड सेलेब्स का इस्तेमाल किया जाता है. कोई इसके खिलाफ आवाज उठाए तो उसे भी फ्रेम कर दो. वो आदमी जो आर्यन खान को घसीटकर ले जा रहा था, आपकी जिम्मेदारी बनती है कि उसे ढूंढकर लाएं, वह फरार है. धीरे धीरे परतें खुलेंगी तो उगाही वाला मामला भी सामने आएगा.
नवाब मलिक ने आगे कहा कि मनीष भानुशाली कौन है, मोहित कंबोद कौन है. ज्ञानेश्वर सिंह ने कहा है, हम इन दोनों को नहीं जानते , ये हमारे इंफॉर्मर हैं, इनसे हम 2 तारीख को मिले, लेकिन मनीष ने ऑन कैमरा कहा है कि वो पहले से एनसीबी के संपर्क में था. कुछ विटनस इनके घर के ही लोग हैं और एक ही विटनेस कई केसों में विटनेस बना हुआ है. अरमान नाम के व्यक्ति का कहना है कि उसके घर में ड्रग्स इन्होंने ही रखे हैं. एनसीबी वाले कह रहे हैं कि व्हाटसऐप चैट सामने आई है. व्हाटसऐप के नाम पर मुकदमा चला देना सही नहीं है. एक साल में बहुत हो चुका है. उन्होंने आगे कहा कि बंगाल और महाराष्ट्र को छोड़कर एजेंसी कहीं सक्रिय नजर नहीं आती. एनसीबी हो, सीबीआई हो या ईडी हो, महाराष्ट्र में ही छटपटा रही है. दल बदल कराने के लिए ये सब हो रहा है. इस सरकार ने डीजीपी को एक स्थान पर बैठाया हुआ है.वानखेड़े साहब डर में चीजें कर रहे हैं.
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