कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पंजाब सरकार में मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Siddhu) ने सेना को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने (Navjot Singh Siddhu) मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए सेना को लेकर राजनीति न करने का अनुरोध किया. उन्होंने (Navjot Singh Siddhu) मंगलवार को एक ट्वीट किया. जिसमें उन्होंने लिखा कि सेना राज्य के समान पवित्र है! राजनीतिक उद्देश्य के लिए शीर्ष संस्तानों का राजनीकरण करना बंद करें. सीबीआई को कठपुतली बनाया, आरबीआई को घुमाया, रॉ के गुप्त कार्यों को उजागर किया और न्यायपालिका की फटकार सुनी. भगवान के लिए लड़ाई के लिए सेना को छोड़ दे...चुनाव नहीं!
Army is as sacred as the state!
— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) March 5, 2019
Stop politicising the top institutions for political motives.
Made a puppet of CBI, arm-twisted the RBI, covert operations of RAW exposed and the judiciary's reprimand.
For God sake leave the army to fight battles... not elections! pic.twitter.com/bzKjrYAR3v
गौरतलब है कि नवजोत सिंह सिद्धू ने इससे पहले भी पीएम मोदी पर हमला बोला था. भारतीय वायुसेना (IAF) की पाकिस्तान के बालाकोट में सर्जिकल स्ट्राइक (Balakot Air strike) में मारे गए आतंकियों की संख्या को लेकर नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh sidhu) ने सवाल उठाए थे. यह विवाद भाजपा अध्यक्ष अमित शाह (Amit Shah) के उस बयान के बाद ज्यादा गहरा गया, जिसमें रविवार को उन्होंने कहा था कि पाकिस्तान में भारतीय वायुसेना ने 250 आतंकियों को मार गिराया. इसके बाद नवजोत सिंह सिद्धू ने कई मीडिया रिपोर्ट्स के प्रिंट स्क्रीन शेयर करते हुए ट्वीट किया है.
केंद्रीय मंत्री एसएस अहलूवालिया के बयान ('एयर स्ट्राइक का मकसद संदेश देना था, मारना नहीं') पर निशाना साधते हुए सिद्धू ने ट्वीट करते हुए लिखा, 'तो मकसद क्या था? क्या आतंकियों को मारने गए थे या पेड़ उखाड़ने? क्या यह चुनावी हथकंडा था?' इसके अलावा एयर स्ट्राइक में मारे गए आतंकियों की संख्या पर सिद्धू ने लिखा है, '300 आतंकी ढेर हुए, हां या नहीं?' इसके साथ ही उन्होंने लिखा है, 'सेना का राजनीतिकरण बंद किया जाए.'
300 terrorist dead, Yes or No?
— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) March 4, 2019
What was the purpose then? Were you uprooting terrorist or trees? Was it an election gimmick?
Deceit possesses our land in guise of fighting a foreign enemy.
Stop politicising the army, it is as sacred as the state.
ऊंची दुकान फीका पकवान| pic.twitter.com/HiPILADIuW
दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भी मारे गए आतंकियों की संख्या पर सवाल उठाए थे. अमित शाह पर निशाना साधते हुए केजरीवाल ने ट्वीट किया था कि 'क्या अमित शाह के मुताबिक सेना झूठ बोल रही है? सेना ने साफ-साफ कहा है कि कोई मरा या नहीं मरा या कितने मरे, ये नहीं कहा जा सकता. अपने चुनावी फायदे के लिए क्या अमित शाह और भाजपा सेना को झूठा बोल रहे हैं? देश को सेना पर भरोसा है. क्या अमित शाह और भाजपा को सेना पर भरोसा नहीं?'
इसके बाद केजरीवाल ने एक और ट्वीट करते हुए लिखा, 'सेना झूठ नहीं बोल सकती, भाजपा झूठ बोल रही है. सारा देश सेना के साथ है, लेकिन भाजपा सेना के खिलाफ.'
बालाकोट IAF सर्जिकल स्ट्राइक में कितने आतंकी हुए ढेर? अमित शाह ने बताया आंकड़ा
वहीं, भारतीय वायुसेना द्वारा बालाकोट में की गई एयर स्ट्राइक के सूबत मांगने वालों को आम आदमी पार्टी के नेता डॉ. कुमार विश्वास ने नसीहत दी है. उन्होंने कहा था कि ऐसी आत्म-दीपित 'सुहागरातों' के सबूत नहीं मांगे जाते. उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा था कि 'सैनिक के लिए शत्रु पर आक्रमण उसके पराक्रम-प्रदर्शन की सौभाग्य-रात्रि होती है! ऐसी आत्म-दीपित “सुहागरातों” के सबूत न तो मांगे जाते है और न ही दिए जाते हैं! कुछ महीनों में ये जगभर को स्वयं ही ज्ञापित हो जाते हैं.'
'ऑपरेशन बालाकोट' के सबूत मांगने वाले नेताओं को कुमार विश्वास का करारा जवाब
दरअसल, 26 फरवरी को भारतीय वायुसेना की ओर से पाकिस्तान में घुसकर जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों पर की गई आतंकी कार्रवाई के बाद अब सबूत और कितने आतंकी मरे इस पर सवाल उठ रहे हैं. हालांकि भारतीय सेना की ओर से कहा गया है कि आंकड़ों की किसी भी तरह से पुष्टि नहीं की जा सकती है. लेकिन कई लोग ऐसे भी जो दावा कर रहे हैं कि कम से कम 300 आतंकी मारे गए हैं. ताजा दावा बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने किया है. उनका कहना है कि कम से कम 250 आतंकी मारे गए हैं.
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