कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रधानमंत्री पद के प्रत्याशी नरेंद्र मोदी पर जोरदार हमला बोलते हुए कहा, "21वीं शताब्दी में वह (नरेंद्र मोदी) प्रधानमंत्री बन पाएं, ऐसा कतई मुमकिन नहीं है... लेकिन यदि वह यहां (कांग्रेस अधिवेशन में) आकर चाय बेचना चाहें तो हम उनके लिए जगह बना सकते हैं..." इस बयान पर संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) के सहयोगी दल नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता तथा जम्मू एवं कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने माइक्रोब्लॉगिंग वेबसाइट ट्विटर पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, "भले ही (नरेंद्र) मोदी के कई नकारात्मक पहलू हों, लेकिन उनकी साधारण पृष्ठभूमि ऐसा सकारात्मक पहलू है, जिसका दावा हममें से कई लोग नहीं कर सकते... इस तरह उनका (नरेंद्र मोदी का) मज़ाक बनाकर हम अपने प्रचार अभियान को कोई लाभ नहीं पहुंचा रहे हैं..."
दरअसल, मणिशंकर अय्यर ने यह टिप्पणी नई के दिल्ली तालकटोरा स्टेडियम में की थी, जहां शुक्रवार को कांग्रेस के लगभग 3,000 नेता और कार्यकर्ता अधिवेशन में शामिल हो रहे हैं। इस अधिवेशन का सबसे महत्वपूर्ण पहलू राहुल गांधी को पार्टी का प्रधानमंत्री पद का दावेदार घोषित करना माना जा रहा था, लेकिन गुरुवार को ही पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इस घोषणा के लिए साफ इनकार कर दिया, जिसके बाद भाजपा ने कहा कि यह हार के डर से लिया गया फैसला है।
उल्लेखनीय है कि नरेंद्र मोदी अपनी गरीब पृष्ठभूमि का ज़िक्र बार-बार अपने संबोधनों में करते रहे हैं, कि उन्होंने कैसे एक चाय बेचने वाले लड़के से लेकर गुजरात के मुख्यमंत्री पद तक का सफर तय किया, और वह हमेशा इस सफर का श्रेय भारतीय जनता पार्टी को देते हैं। भाजपा प्रवक्ता राजूव प्रताप रूडी ने मणिशंकर अय्यर के बयान को खारिज करते हुए कहा, "मणिशंकर अय्यर की ओर से इससे बेहतर किसी बयान की कल्पना भी नहीं की जा सकती..."
वैसे, भाजपा ने भी कांग्रेस की खिल्ली उड़ाने के अंदाज़ में कहा था कि पार्टी ने राहुल गांधी को प्रधानमंत्री पद का प्रत्याशी इसीलिए घोषित नहीं किया, क्योंकि वह राहुल का नरेंद्र मोदी से सीधा मुकाबला नहीं चाहते, क्योंकि वे जानते हैं कि राहुल हार जाएंगे।
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