अयोध्या (Ayodhya) में मुस्लिम (Muslim) समुदाय के लोग समाज में शांति और सद्भाव के हित में बुधवार को सीबीआई (CBI) की विशेष अदालत के उस फैसले को स्वीकार करते प्रतीत हुए जिसमें 1992 में बाबरी मस्जिद (Babri Masjid) विध्वंस मामले के सभी आरोपियों को बरी कर दिया गया. समुदाय के लोगों को उम्मीद है कि इसके बाद मथुरा और काशी के मुद्दों को नहीं उछाला जाएगा.
हालांकि कुछ लोगों का मानना है कि सीबीआई, विशेष अदालत के फैसले के विरुद्ध अपील दाखिल करेगी.
अयोध्या नगर निगम के पार्षद हाजी असद ने उम्मीद जताई कि इस फैसले के आने के बाद काशी और मथुरा के मुद्दे नहीं उछाले जाएंगे. उन्होंने कहा, “हम आज ऐसे ही फैसले की उम्मीद कर रहे थे. लोग इसके बारे में दो महीने से चर्चा कर रहे थे. मुझे डर लगता है कि काशी और मथुरा के आंदोलन भी शुरू होंगे.”
अयोध्या मस्जिद न्यास इंडो इस्लामिक कल्चरल फॉउंडेशन के सचिव अतहर हुसैन ने उम्मीद जताई कि सीबीआई, विशेष अदालत के फैसले के विरुद्ध अपील करेगी.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं