दिल्ली की सांसद मीनाक्षी लेखी ने कहा कि जो भी हुआ वह बिल्कुल ठीक हुआ. लोकसभा में एनकाउंटर पर बहस के दौरान मीनाक्षी लेखी ने कहा कि पुलिस के पास हथियार सजाकर रखने के लिए नहीं है. उन्होंने कहा कि, '...आप अपराध भी करेंगे और हथकड़ी खोलकर भागने का प्रयास भी करेंगे. पुलिस के पास हथियार सजाकर रखने के लिए नहीं है, वह क्या करती.' मीनाक्षी लेखी ने कहा कि निर्भया वाले मामले में दिल्ली की सरकार ने फैसला लेने के लिए फाइल महीनों दबाकर रखी.
इससे पहले तेलंगाना रेप कांड के आरोपियों का एनकाउंटर किए जाने को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि उन्नाव हो या हैदराबाद, बलात्कार के मामले पर फैसले में हो रही देरी के कारण लोगों में गुस्सा है, इसलिए लोग मुठभेड़ पर खुशी व्यक्त कर रहे हैं. जिस तरह से लोगों का विश्वास आपराधिक न्याय प्रणाली पर से उठते जा रहा है, वह चिंता का विषय है. आपराधिक न्याय प्रणाली को मजबूत करने के लिए सभी सरकारों को एक साथ मिलकर कार्रवाई करनी होगी. इसी एनकाउंटर को लेकर समाजवादी पार्टी के सांसद जया बच्चन ने कहा कि देर आए दुरूस्त आए. तेलंगाना रेप कांड पर संसद में बहस के दौरान सांसद जया बच्चन ने कहा था कि ऐसे लोगों को भीड़ के हवाले कर देना चाहिए. बहस के दौरान कई और सांसदों ने अपनी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की थी और कहा था ऐसे मामले का निपटारा तुरंत होना चाहिए ताकि समाज में नजीर पेश हो सके, ऐसे घृणित काम करने की सोच रखने वाले लोगों के मन में डर बैठ सके.
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इससे पहले हैदराबाद रेप कांड के चारों आरोपियों का आज सुबह एनकाउंटर कर दिया गया. इन चारों पर महिला वेटरनरी डॉक्टर के साथ रेप और उसे मारकर जला देने का आरोप था. पुलिस का दावा है कि ये सभी आरोपी भागने की कोशिश कर रहे थे और इस दौरान पुलिस की ओर से हुई फायरिंग में सभी आरोपी मारे गए हैं. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि यह एनकाउंटर आज तड़के 3 बजे से 6 बजे के बीच हुआ है. मिली जानकारी के मुताबिक अदालत में चार्जशीट दाखिल करने के बाद पुलिस इन चारों आरोपियों को घटनास्थल पर ले गई थी ताकि 'सीन ऑफ क्राइम' (रिक्रिएशन) की पड़ताल की जा सके. लेकिन उनमें से एक आरोपी ने पुलिसकर्मी का हथियार छीन कर भागने की कोशिश करने लगा. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि अगर यह आरोपी भाग जाते तो बड़ा हंगामा खड़ा हो जाता इसलिए पुलिस के पास दूसरा कोई रास्ता नहीं था और जवाबी फायरिंग में चारो आरोपी मारे गए.
गौरतलब है कि 28 नवंबर को इन चार आरोपियों की जिनकी उम्र 20 से 26 साल के बीच थी, महिला डॉक्टर को टोल बूथ पर स्कूटी पार्क करते देखा था. आरोप है कि इन लोगों ने जानबूझकर उसकी स्कूटी पंक्चर की थी. इसके बाद मदद करने के बहाने उसको एक सूनसान जगह पर ले जाकर गैंगरेप किया और बाद में पेट्रोल डालकर आग के हवाले कर दिया. पुलिस के मुताबिक घटना से पहले इन लोगों ने शराब भी पी रखी थी. रेप और मर्डर की इस घटना के बाद पूरे देश में गुस्सा था और इस मामले की सुनवाई के लिए फॉस्ट ट्रैक कोर्ट का गठन किया गया था.
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