बिहार के मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने आज कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगर प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने के साथ ही इस प्रदेश की दूसरी लंबित मांगों को पूरा करें तो हम उनके समर्थक हो जाएंगे।
मांझी ने पटना जिले के बाढ़ में एनटीपीसी के सुपर विद्युत स्टेशन की पहली इकाई से वाणिज्यिक परिचालन और मुजफ्फरपुर में कांटी बिजली उत्पादन निगम लिमिटेड के 110 मेगावाट की दूसरी इकाई से वाणिज्यिक उत्पादन के शुभारंभ के अवसर पर यह बात कही।
उन्होंने कहा कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने के साथ प्रदेश सरकार द्वारा पूर्व में राष्ट्रीय राजमार्ग के निर्माण पर खर्च किए गए एक हजार करोड़ रुपये की प्रतिपूर्ति सहित अन्य लंबित मांग को पूरा किए जाने पर वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समर्थक हो जाएंगे।
बाढ़ स्थित एनटीपीसी के सुपर विद्युत स्टेशन की इकाई से वाणिज्यिक परिचालन के शुभारंभ के अवसर पर मांझी ने केंद्र की राजग सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा, 'मंत्रियों के जोर-जोर से बोलने से ऐसा लगता है कि बिहार की सभी समस्याओं को निदान हो गया।' उन्होंने कहा कि बिहार की समस्याओं के निदान के लिए जोरदार दावे के बजाय ठोस कदम उठाए जाने की जरूरत है।
मांझी ने बाढ़ स्थित एनटीपीसी के सुपर विद्युत स्टेशन की इकाई से वाणिज्यिक परिचालन के शुभारंभ के अवसर पर बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अनदेखी किए जाने का मामला उठाते हुए कहा कि इसको लेकर राजनीति नहीं होनी चाहिए।
उन्होंने मजाकिया लहजे में समारोह में मौजूद बिहार के सातों केंद्रीय मंत्रियों को 'सतभईया' के रूप में निरूपित किया और उनसे बिहार की लंबित मांगों को केंद्र से पूरा कराए जाने का आग्रह किया।
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