मालेगांव 2008 बम धमाका मामले में बचाव पक्ष के वकील द्वारा आपत्ति जताए जाने के बाद गुरुवार को विशेष अदालत में सुनवाई के बीच महाराष्ट्र एटीएस के दो अधिकारी कक्ष से बाहर निकल गए. मालेगांव 2008 बम धमाका मामले की सुनवाई में गुरुवार को एटीएस के अधिकारी और पूर्व जांच अधिकारी एनआईए की विशेष अदालत में आये थे. लेकिन आरोपियों के वकीलों के विरोध के चलते उन्हें कोर्ट रूम के बाहर ही रहना पड़ा. अदालत में आरोपियों के वकीलों ने आधिकारिक पत्र दिखाने की मांग की जो उनके पास नहीं था.
मामले की सुनवाई अब 31 जनवरी को होगी. मामले में कुल 7 आरोपी हैं लेकिन सिर्फ एक आरोपी ने अधिकारियों के उपस्थित रहने का समर्थन किया और दोनों के अंदर नहीं आने देने पर अफसोस जताया. मामले में अब तक 17 के करीब गवाह मुकर चुके हैं. गौरतलब है कि हाल ही में कांग्रेस की मांग पर गृह मंत्री दिलीप वलसे पाटिल ने एटीएस की तरफ से वकील भेजने की बात कही थी. लेकिन आरोपियों का कहना है कि अब जांच एजेंसी एनआईए है इसलिए एटीएस का कोई अधिकार नहीं बनता है. कानून भी एटीएस के इस मुकदमे में दखल नहीं दे सकती है.
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