महाराष्ट्र (Maharashtra) के चार जिलों में लोगों के बीच आतंक का पर्याय बने आदमख़ोर तेंदुए (Leoprd) को शुक्रवार को आखिरकार मार गिराया गया. वन विभाग की टीम काफी दिनों से उसकी तलाश में थी. एक अधिकारी ने बताया कि महाराष्ट्र में कम से कम 8 लोगों की जान ले चुके तेंदुए को पकड़ने की सारी कोशिशें नाकाम होने के बाद शुक्रवार को वन विभाग ने सोलापुर जिले में उसे मार गिराया. तेंदुए को पकड़ने की कोशिशें नाकाम होने के बाद कुछ दिन पहले ही तेंदुए को जान से मारने के आदेश जारी हुए थे.
उन्होंने कहा कि वन विभाग की ओर से अधिकृत शूटर ने शुक्रवार शाम को करमाला तहसील के भीतरगांव के करीब केले के एक बाग में तेंदुए को मारा.
वन संरक्षक (सोलापुर) धारीयाशिल पाटिल ने कहा, "यह तेंदुआ औरंगाबाद, अहमदनगर, बीड औऱ सोलापुर जिलों में कम से कम 8 लोगों की जान और चार लोगों को घायल कर चुका था. शुक्रवार शाम को तेंदुए को केले के बाग में देखा गया, पहले उसे ट्रांकुलाइज करने (पकड़ने) की कोशिश की गई, लेकिन नाकाम होने पर उसे गोली मारी दी गई है."
उन्होंने कहा कि करमाला में 9 साल की एक बच्ची की जान लेने के बाद इस महीने की शुरुआत में आदमखोर तेंदुए को मारने के आदेश जारी किए थे.
पाटिल ने कहा कि वन विभाग की कई टीमें तेंदुए की तलाश में जुटी थीं. टीम में पुलिस और स्टेट रिजर्व पुलिस बल (SRPF) के लोग भी शामिल थे. ये टीमें पिछले एक पखवाड़े से तेंदुए की तलाश कर रही थीं.
बता दें कि तेंदुए के हमले से डरकर गांव वाले खेतों में जाने से कतराने लगे थे और इंसानों की जान न जाये इसलिए वन विभाग ने आदमख़ोर तेंदुए को जान से मारने का आदेश दिया था.
(पीटीआई के इनपुट के साथ)
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