महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने गुरुवार को कहा कि अगर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे मुंबई पुलिस के पूर्व आयुक्त परमबीर सिंह द्वारा उनके खिलाफ लगाए भ्रष्टाचार के आरोपों पर किसी भी जांच का आदेश देते हैं तो वह इसका स्वागत करेंगे. देशमुख ने आधी रात को ट्वीट कर यह बात कही और ठाकरे को 21 मार्च को लिखे पत्र की प्रति भी साझा की जिसमें उन्होंने सिंह के आरोपों की तुरंत जांच कराने की मांग की थी.
देशमुख ने ट्वीट किया, ‘मैंने माननीय मुख्यमंत्री से मेरे खिलाफ परमबीर सिंह के आरोपों की जांच कराने का आदेश देने की मांग की है ताकि स्थिति साफ हो. अगर माननीय मुख्यमंत्री जांच का आदेश देते हैं तो मैं इसका स्वागत करूंगा. सत्यमेव जयते.' देशमुख ने अपने पत्र में कहा कि उनके खिलाफ लगाए गए आरोपों में ‘कोई सच्चाई' नहीं है और उन्होंने मामले में जांच कराने की मांग की.
मी माननीय मुख्यमंत्री महोदय यांना परमबीर सिंग यांनी माझ्यावर जे आरोप केलेत त्याबद्दल चौकशी लावून, "दूध का दूध, पानी का पानी" करावे अशी मागणी केली होती. माननीय मुख्यमंत्री महोदयांनी याची चौकशी लावली तर, मी त्याचे स्वागत करीन.
— ANIL DESHMUKH (@AnilDeshmukhNCP) March 24, 2021
सत्यमेव जयते... pic.twitter.com/f2oJjFhO8A
लेटर बम और तबादला घोटाले में घिरी महाराष्ट्र सरकार ने अब अपनाया आक्रामक रुख, उठाया ये कदम
सिंह ने 20 मार्च को ठाकरे को आठ पृष्ठों वाला पत्र लिखा जिससे महाराष्ट्र की राजनीति में भूचाल आ गया. पत्र में दावा किया गया है कि देशमुख ने पुलिस अधिकारियों को बार तथा होटलों से हर महीने 100 करोड़ रुपये इकट्ठा करने के लिए कहा था.
मुंबई में उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के बाहर मिली कार में विस्फोटक सामग्री होने के मामले में विवादों में घिरी राज्य सरकार ने 17 मार्च को परमबीर सिंह का तबादला कर दिया था. इसके एक दिन बाद देशमुख ने कहा था कि सिंह के कुछ सहकर्मियों ने ‘गंभीर और अक्षम्य गलतियां' की जिसके बाद उनका तबादला किया गया.
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(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं