Maharashtra corona cases update: भारत में कोरोना के केसों में तेजी से इजाफा हो रहा है. महाराष्ट्र राज्य में तो हालात बेहद गंभीर हैं जहां पिछले 24 घंटों में कोरोना के महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटों में कोरोना के 60,212 नए मामले सामने आए हैं और 281 लोगों को जान गंवानी पड़ी है. संक्रमितों की संख्या इतनी तेजी से बढ़ रही है कि ज्यादातर शहरों के अस्पतालों में बेड और ऑक्सीजन की कमी की नौबत आ गई है. सीएम उद्धव ठाकरे ने आज सीएम ने राज्य की जनता को अपने संबोधन में राज्य में बुधवार रात 8 बजे से अगले 15 दिनों के लिए धारा 144 लगाने के फैसले की जानकारी दी.
महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के हालात से जुड़ी 10 बातें
महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण के हालात का जिक्र करते हुए सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा, 'जंग फिर शुरू हो गई है. केसों की संख्या में खतरनाक ढंग से इजाफा हो रहा है.'
ऐसी अटकलें थी कि सीएम ठाकरे लॉकडाउन की घोषणा कर सकते हैं लेकिन उन्होंने फिलहाल पूरे राज्य में 15 दिनों के लिए धारा 144 लगाने का फैसला ही किया गया है.
सीएम ठाकरे ने कहा कि पिछले साल गुड़ी पड़वा पर हमें उम्मीद थी कि इस साल (2021 में) कोरोना मुक्त त्योहार मनाएंगे लेकिन 'लड़ाई' फिर शुरू हो गई है राज्य में इस बार केस काफी तेजी से बढ़े हैं.
सीएम ने बताया कि महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटों में कोरोना के 60,212 नए मामले सामने आए हैं और 281 लोगों को जान गंववानी पड़ी है. उन्होंने कहा, 'यह सब डरावना है.
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने राज्य में ऑक्सीजन और दवाओं की कमी का उल्लेख करते हुए हालात से निपटने के लिए सैन्य मदद का आग्रह किया.
उन्होंने कहा, 'इस समय हमारे पास 1,200 MT ऑक्सीजन है और हम इसी सभी का मेडिकल उद्देश्य से उपयोग कर रहे हैं. मौजूदा हालात के मद्देनजर मैंने पीएम (प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी) को बताया है कि आने वाले दिनों में हमें ऑक्सीजन की जरूरत पड़ेगी.
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा, 'हम पीएम से आग्रह करते हैं कि सड़क मार्ग के जरिये ऑक्सीजन पहुंचाने के बजाय क्या यह सेना की मदद से हमें हवाई मार्ग से उपलब्ध कराई जा सकती है.'
राज्य में धारा 144 लगाए जाने के ऐलान के बाद सुबह 7 बजे से रात 8 बजे तक आपातकालीन सेवाओं के अलावा सब कुछ बंद होगा.
ट्रेनों और बसों का इस्तेमाल केवल इमरजेंसी सेवाओं के लिए होगा. पब्लिक ट्रांसपोर्ट को रोका नहीं जा रहा लेकिन ये केवल जरूरी सेवाओं के लिए होंगे.
जरूरी मेडिकल और उससे जुड़ी सेवाएं, पशुओं से जुड़ी सेवाएं, बैंक, सेबी, मीडिया, ई-कॉमर्स, पेट्रोलियम से जुड़ी गतिविधियां चलती रहेंगी.कंस्ट्रक्शन साइटों पर काम की इजाजत होगी, अगर संभव हो तो मजदूरों को निर्माण स्थल पर ही रुकने की व्यवस्था की जाए.होटलों पर लगी मौजूदा पाबंदियां जारी रहेंगी, केवल होम डिलीवरी की इजाजत होगी.