महाराष्ट्र बंद (Maharashtra Bandh) के दौरान जगह-जगह दुकानें बंद (Road Taxi Closed) होने, बसें न चलने से मुंबई और महाराष्ट्र के अन्य इलाकों में आम जनता को परेशानी झेलनी पड़ रही है. आम जनता ने इस बंद को गलत बताया है औऱ तीखी प्रतिक्रिया भी दी है. मुंबई में ऐसे ही कुछ लोगों ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार द्वारा खुद बंद कराना ठीक नहीं है. यूपी (lakhimpur kheri) में जो हुआ है, उसको लेकर किसानों से सभी को हमदर्दी है, लेकिन इसके लिए मुंबई और महाराष्ट्र में बंद करना ठीक नही है. लोगों ने सवाल उठाया कि हर बात के लिए जनता को ही परेशान क्यों किया जाता है.
दरअसल, महाराष्ट्र बंद को लेकर मुंबई में जगह-जगह दुकानें बंद नजर आ रही हैं. बेस्ट बसें भी न के बराबर सड़कों पर हैं. टैक्सी और प्राइवेट वाहन पहले की तरह बदस्तूर सड़क पर चल रहे हैं. रेल रोको के अलर्ट की वजह से मुंबई पुलिस ने कड़ा सुरक्षा बंदोबस्त रखा है. मुंबई पुलिस का कहना है कि बंद के दौरान कोई अप्रिय घटना न हो, इसलिए सुरक्षा व्यवस्था चाकचौबंद की गई है.मुंबई में सोमवार के कामकाजी दिन जैसी भीड़ होती है, वैसा अभी तक देखने को नहीं मिला है.
BJP प्रवक्ता राम कदम ने भी महाराष्ट्र बंद को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा, अगर जबरन लोगों को बंद के लिए मजबूर किया तो हम सड़कों पर उतरेंगे, राम कदम ने सवाल उठाया कि पालघर हत्या कांड, कश्मीर में हिन्दू और सिखों की हत्या, मुंबई महाराष्ट्र में निर्भया जैसे कांड पर महाराष्ट्र सरकार को बंद की याद कैसे नहीं आई.
राम कदम ने कहा कि आजाद भारत में ऐसा कभी नहीं हुआ जब किसी सरकार ने बंद बुलाया हो. लेकिन महाराष्ट्र की महा विकास अघाड़ी सरकार ने ऐसा किया है. कोरोना वायरस के कारण डेढ़ सालों में लोगों, व्यापारियों को काफी नुकसान हुआ है. उसकी भरपाई कौन करेगा. राम कदम ने कहा कि अगर जबरन बंद थोपा गया तो बीजेपी के कार्यकर्ता भी सड़क पर उतरेंगे. राम कदम ने कहा कि किसानों के प्रति बीजेपी का पूरा सम्मान है, लेकिन किसान की आड़ में विपक्ष राजनीति करने का दुस्साहस न करे.
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