मध्यप्रदेश के आगर मालवा में एक किसान की उपज के तौल के दौरान ही दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई, बताया जा रहा है कि किसान 6 दिन से सरकारी खरीदी केंद्र पर अपनी उपज के तौले जाने का इंतजार कर रहा था . सरकार दावे कर रही है कि उसने रिकॉर्ड गेंहू का उपार्जन कर लिया है लेकिन कई खरीदी केन्द्रों पर कई किलोमीटर लंबी लाइन लगी है, कई जगह से बारदाने की कमी से उपार्जन अटका पड़ा है. मलवासा के प्रेम सिंह को 19 मई को गेंहू लेकर झलारा उपार्जन केंद्र जाने का मैसेज आया, चार दिन इंतजार करने के बाद कहा गया कि उपार्जन केंद्र झलारा फंटा से शिफ्ट करके तनोडिया ले जाया गया. 24 को दिनभर, रातभर उन्होंने इंतज़ार किया.
प्रेम सिंह को 19 मई को गेंहू लेकर झलारा उपार्जन केंद्र जाने का मैसेज आया,4 दिन बाद कहा उपार्जन तनोडिया में होगा, 24 को इंतज़ार किया 25 को जब तुलाई हो रही थी उसी वक्त दिल का दौरा पड़ा, अस्पताल में प्रेम सिंह की मौत हो गई @ndtvindia @INCMP @OfficeOfKNath @ChouhanShivraj #farming pic.twitter.com/CPX5AlPpqP
— Anurag Dwary (@Anurag_Dwary) May 26, 2020
25 मई शाम को जब तुलाई हो रही थी उसी वक्त दिल का दौरा पड़ा, लोग उन्हें अस्पताल लेकर पहुंचे जहां प्रेम सिंह की मौत हो गई. संस्था के प्रबंधक संजय कारपेंटर ने बताया बारदाना नहीं होने की वजह से दो दिन बाद तुलाई चालू की, प्रेमसिंह की एक ट्रॉली तुल चुकी थी, दूसरी आधी तुली थी. अचानक उनको चक्कर आया उल्टी हुई और वो गिर गए, हम लोग उन्हें अस्पताल लेकर गये लेकिन वहां उन्होंने दम तोड़ दिया. कृषि मंत्री कमल पटेल कहते हैं, दिल का दौर किसी को पड़ सकता है, फिर उसी लाइन में जोड़ देते हैं कि सरकार ने कितनी गेंहू खरीदी है, मौत तो हार्ट अटैक किसी को भी हो सकती है, ये कहना सही नहीं है कि गेंहू नहीं खरीदा इसलिये हार्ट अटैक आ गया. इतने बड़े पैमाने पर जितना लक्ष्य रखा था उससे ज्यादा खरीदेंगे.
कृषि मंत्री @KamalPatelBJP का जवाब - मौत तो हार्ट अटैक से किसी की भी हो सकता है, ये कहना कि गेंहू नहीं खरीदा इसलिये हार्ट अटैक आ गया ये सही नहीं है @ndtvindia @ChouhanShivraj @OfficeOfKNath @MPArunYadav @SYadavMLA #MigrantWorkers #Lockdown4 #Lockdown3 @KedarSirohi pic.twitter.com/5bplWaSNQB
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सरकार ने इस बार उपार्जन केन्द्रों की संख्या 3511 से बढ़ाकर 4507 की 2019-20 में 9 लाख 66 हजार किसानों से 7 करोड़ 36 लाख क्विंटल गेहूं खरीद गया इस बार 15 लाख 3 हजार किसानों से 11 करोड़ 47 लाख क्विंटल गेहूं खरीदा गया. बावजूद इसके सागर से कुछ तस्वीरें सामने आईं, जहां सुर्खी और खिमलासा में कई किसान इंतजार में बैठे हैं कि कब गेंहू तुल जाए. खरीदी केन्द्रों पर कई किलोमीटर लंबी लाइन है वहां आए किसान धरमदास लोधी ने बताया कि 22 तारीख को हमारे पास मैसेज आया था, तबसे ट्रैक्टर लेकर इंतजार कर रहे हैं, केंद्र पर बारदाना नहीं है.
वहीं अब परेशान किसान सड़क पर भी उतर रहे हैं. मध्यप्रदेश में गेंहू उपार्जन की तारीख 31 मई तक बढ़ा दी गई है 114 लाख मीट्रिक टन की खरीद का रिकॉर्ड बता रही है, लेकिन ये न हीं कि पैदावार भी बंपर हुई है 280 लाख मीट्रिक टन, ऐसे में धैर्य तारीख को तक रहा है.
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