भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC)देश का अब तक का सबसे बड़ा IPO लाने के लिए तैयार है. मामले से सीधे तौर पर जुड़े सूत्रों ने यह जानकारी देते हुए बताया कि करीब आठ अरब रुपये का आईपीओ निवेशकों के लिए 11 मार्च को खुलने की संभाना है. इस IPO के जरिए सरकार एलआईसी की पांच प्रतिशत हिस्सेदारी की पेशकश कर रही है. मसौदा रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस के अनुसार, अंतरराष्ट्रीय फर्म मिलिमन एडवाइजर्स ने 30 सितंबर 2021 तक एलआईसी का एम्बेडेड मूल्य लगभग 5.4 लाख करोड़ रुपये आंका है. क्रिसिल की रिपोर्ट के मुताबिक एलआईसी जीवन बीमा प्रीमियम के मामले में दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी कंपनी है. आईपीओ में जीवन बीमा निगम के पॉलिसीधारिकों को भी हिस्सा लेने का मौका दिया जाएगा. उनके लिए 10 फीसदी हिस्सा आरक्षित होगा. इसके अलावा आईपीओ निर्गम मूल्य में छूट भी दी जाएगी.
LIC की पॉलिसी बिक्री 2 साल में 30 फीसदी घट गई, IPO के पहले चिंताजनक आंकड़े
सरकार ने देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी एलआईसी के आरंभिक निर्गम को संपन्न कराने के लिए गत सितंबर में 10 मर्चेंट बैंकरों की नियुक्ति की थी. इनमें गोल्डमैन सैक्स, सिटीग्रुप और नोमुरा भी शामिल हैं. वहीं कानूनी सलाहकार के तौर पर सिरिल अमरचंद मंगलदास को नामित किया गया था. आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति ने गत वर्ष जुलाई में एलआईसी के विनिवेश को मंजूरी दी थी. यह देश का अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ होगा.
उधर, एलआईसी कर्मचारी यूनियन ने आईपीओ लाने का विरोध किया है. यूनियन ने तय किया है कि वह 28 और 29 मार्च को ट्रेड यूनियन द्वारा बुलाई गई हड़ताल का समर्थन करेंगे और इन 2 दिनों में करीब सवा लाख इंश्योरेंस सेक्टर के कर्मचारी हड़ताल करेंगे. यह भी तय किया गया है कि जिस दिन आईपीओ जारी होगा उस दिन पूरे देश में एलआईसी के कर्मचारी विरोध प्रदर्शन करेंगे.LIC कर्मचारी यूनियन का आरोप है कि सरकार आईपीओ के जरिए एलआईसी का निजीकरण बड़े स्तर पर करने की कवायद में जुटी है.