एनडीटीवी के कार्यक्रम 'हम-लोग' में बोलते हुए बीजेपी सांसद मनोज तिवारी
नई दिल्ली:
पिछले दिनों छठ के मौके पर बीजेपी सांसद मनोज तिवारी के उस बयान पर हंगामा मचा कि सोनिया गांधी छठ मानती तो बच्चे बुद्धिमान होते.इस सवाल पर मनोज ने कहा कि उनकी बात को गलत तरीके से लिया गया. उन्होंने यह सिर्फ यह कहा था कि अगर सोनिया छठ करतीं तो यह नौबत न आती, किसी को बेवकूफ नहीं कहा. एनडीटीवी के कार्यक्रम हम-लोग में मनोज तिवारी ने कहा कि हमने सिर्फ यह कहा कि सोनिया गांधी को छठ करना चाहिए. हमने सिर्फ यह समझाना चाहा कि छठ सूर्य का जन्मोत्सव है. क्या इटली मे सूर्य नहीं उगता ? छठ के लिए तो हमारे यहां सूर्य के सम्मान में मुस्लिम भाई भी खड़े होते हैं. मनोज तिवारी ने सफाई पेश करते हुए कहा कि मैने छठ और राहुल गांधी को लेकर कुछ नहीं कहा, सिर्फ यह कहा-अगर वो छठ करतीं तो ये नौबत नहीं आती. मनोज तिवारी ने अपना बचाव करते हुए कहा कि फिर छठ के माहौल में मैं क्या बोलूं. मेरे छठ से एक दिन पहले यह बात कही थी, उस वक्त मेरे तन-मन और रोम-रोम में छठ बसा था. मनोज तिवारी ने कहा कि उन्हें राहुल को कुछ कहने की क्या जरूरत है. उनका नाम पप्पू हम नहीं रखे हैं. मनोज तिवारी ने कहा कि राहुल को जब राफेल आदि पर बोलने का हमने मौका दिया तो तब वह संसद मे आंख मारने लगे. तिवारी ने कहा कि हिटलर का प्रचार प्रमुख गोयबल्स भी बोलता था था कि एक झूठ सौ बार बोले तो पब्लिक सच मानने लगती है. हालांकि तब गूगल नहीं था. मनोज तिवारी ने कहा कि राहुल जी मैने किसी को छठ करने के लिए कह दिया तो अच्छा भइया गलती हो गई. . आप नवरात्र मत मनाओ. अच्छा नकली शिवभक्त भी मत बनिए. सोनिया जी माफ कर दीजिए, आप मत छठ बनाओ.
सिग्नेचर पुल विवाद पर क्या बोले तिवारी
बीजेपी के सांसद और दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने सिग्नेचर पुल विवाद पर अपनी सफाई पेश की है. उन्होंने कहा है कि आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्लाह ने उन्हें मां की गाली दी थी, इसके बाद उन्हें धक्का दिया. उस दौरान जो भी हुआ, वह बहुत भयानक था. मनोज तिवारी ने कहा कि स्थानीय सांसद होने के नाते उन्हें कार्यक्रम स्थल पर सम्मान मिलना फर्ज था. मगर बुलाकर बैरिकेडिंग करा दी गई. यह कहां का न्याय है. मनोज तिवारी ने कहा कि बतौर स्थानीय सांसद मैने सिग्नेचर पुल के लिए 33 करोड़ दिए. यह धनराशि 1100 करोड़ के अतिरिक्त रही. उन्होंने कहा कि आप विधायक ने पहले मां की गाली दी फिर कम्युनिटी को लेकर गाली दी. मैने तय कर लिया कि मुझे अपना कूल नहीं खोना है. फिर अचानक उन्होंने धक्का दिया. मैं गिर जाता तो भीड़ मुझे कुचल सकती थी. डीसीपी ने जो कहा मैने वही किया. मंच के पास से वह हमें निकालते हुए ले गए. पुलिस अधिकारी पर हाथ चलाने के आरोप को मनोज तिवारी ने खारिज किया. बोले कि भीड़ के धक्का देने पर मैं अफसर को बचाने की कोशिश कर रहा था. फिर भोजपुरी मे बोले कि आखिर थप्पड़वा...लगल केके....मनोज तिवारी ने कहा कि अगर आज अरविंद केजरीवाल उनके सामने मिल जाएंगे तो नमस्ते जरूर करेंगे.
तो मंच पर मैं होता
सिग्नेचर पुल के उद्घाटन समारोह में हुए विवाद को लेकर दोनों पक्षों की पुलिस शिकायत को लेकर हुए सवाल पर भी मनोज तिवारी ने जवाब दिया. मनोज तिवारी ने कहा कि उन पर इस मामले में एफआइआर नहीं हुई है. केवल उनके खिलाफ आम आदमी पार्टी ने शिकायत की है. इस पर पुलिस की ओर से पक्षपात के सवाल पर बोले कि अगर ऐसा होता तो उस दिन मंच पर मैं होता, बाकी लोग भगा दिए गए होते. मनोज तिवारी ने पुलिस की ओर से इस घटना मे किसी तरह के पक्षपात के आरोपों को खारिज किया. मनोज तिवारी ने कहा कि जब मैं कार्यक्रम स्थल पर पहुंचा तो उन्हें रोकने के लिए आम आदमी पार्टी के लोग लगाए गए थे, हालांकि मैं उन्हें गुंडे नहीं कह सकता. हाल में यूपी और बिहार के लोगों पर बाहर हमले की घटनाओं पर भी मनोज तिवारी ने राय रखी. उन्होंने कहा कि उन पर खुद मुंबई में राज ठाकरे के लोगों ने घर पर हमला किए. हालांकि अब हम लोग अभ्यस्त हो गए हैं. जहां जाते हैं, वहीं की संस्कृति अपना लेते हैं.
वीडियो- सोनिया गांधी को छठ पूजा की सलाह पर अब क्या बोले बीजेपी सांसद मनोज तिवारी
सिग्नेचर पुल विवाद पर क्या बोले तिवारी
बीजेपी के सांसद और दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने सिग्नेचर पुल विवाद पर अपनी सफाई पेश की है. उन्होंने कहा है कि आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्लाह ने उन्हें मां की गाली दी थी, इसके बाद उन्हें धक्का दिया. उस दौरान जो भी हुआ, वह बहुत भयानक था. मनोज तिवारी ने कहा कि स्थानीय सांसद होने के नाते उन्हें कार्यक्रम स्थल पर सम्मान मिलना फर्ज था. मगर बुलाकर बैरिकेडिंग करा दी गई. यह कहां का न्याय है. मनोज तिवारी ने कहा कि बतौर स्थानीय सांसद मैने सिग्नेचर पुल के लिए 33 करोड़ दिए. यह धनराशि 1100 करोड़ के अतिरिक्त रही. उन्होंने कहा कि आप विधायक ने पहले मां की गाली दी फिर कम्युनिटी को लेकर गाली दी. मैने तय कर लिया कि मुझे अपना कूल नहीं खोना है. फिर अचानक उन्होंने धक्का दिया. मैं गिर जाता तो भीड़ मुझे कुचल सकती थी. डीसीपी ने जो कहा मैने वही किया. मंच के पास से वह हमें निकालते हुए ले गए. पुलिस अधिकारी पर हाथ चलाने के आरोप को मनोज तिवारी ने खारिज किया. बोले कि भीड़ के धक्का देने पर मैं अफसर को बचाने की कोशिश कर रहा था. फिर भोजपुरी मे बोले कि आखिर थप्पड़वा...लगल केके....मनोज तिवारी ने कहा कि अगर आज अरविंद केजरीवाल उनके सामने मिल जाएंगे तो नमस्ते जरूर करेंगे.
तो मंच पर मैं होता
सिग्नेचर पुल के उद्घाटन समारोह में हुए विवाद को लेकर दोनों पक्षों की पुलिस शिकायत को लेकर हुए सवाल पर भी मनोज तिवारी ने जवाब दिया. मनोज तिवारी ने कहा कि उन पर इस मामले में एफआइआर नहीं हुई है. केवल उनके खिलाफ आम आदमी पार्टी ने शिकायत की है. इस पर पुलिस की ओर से पक्षपात के सवाल पर बोले कि अगर ऐसा होता तो उस दिन मंच पर मैं होता, बाकी लोग भगा दिए गए होते. मनोज तिवारी ने पुलिस की ओर से इस घटना मे किसी तरह के पक्षपात के आरोपों को खारिज किया. मनोज तिवारी ने कहा कि जब मैं कार्यक्रम स्थल पर पहुंचा तो उन्हें रोकने के लिए आम आदमी पार्टी के लोग लगाए गए थे, हालांकि मैं उन्हें गुंडे नहीं कह सकता. हाल में यूपी और बिहार के लोगों पर बाहर हमले की घटनाओं पर भी मनोज तिवारी ने राय रखी. उन्होंने कहा कि उन पर खुद मुंबई में राज ठाकरे के लोगों ने घर पर हमला किए. हालांकि अब हम लोग अभ्यस्त हो गए हैं. जहां जाते हैं, वहीं की संस्कृति अपना लेते हैं.
वीडियो- सोनिया गांधी को छठ पूजा की सलाह पर अब क्या बोले बीजेपी सांसद मनोज तिवारी
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