जेएनयू छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार की फाइल फोटो
नई दिल्ली:
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार के बीच गुरुवार को होने वाली बैठक रद्द करनी पड़ी, क्योंकि छात्र नेता समय पर दिल्ली सचिवालय नहीं पहुंचे। केजरीवाल ने उनके लिए करीब एक घंटे तक इंतजार किया और वह इससे 'नाराज' हो गए।
सीपीआई के राष्ट्रीय सचिव डी राजा भी मुख्यमंत्री के साथ कन्हैया का इंतजार कर रहे थे। उन्होंने बाद में कहा कि छात्र नेता वहां समय से नहीं पहुंचे, क्योंकि वह 'भारी ट्रैफिक जाम' में फंस गए थे। सूत्रों ने कहा कि केजरीवाल इससे नाराज हो गए। कन्हैया को शाम छह बजे केजरीवाल से मिलना था।
इस बैठक में शामिल होने के लिए राजा जेएनयू में पढ़ने वाली अपनी बेटी अपराजिता के साथ वहां निर्धारित समय से पहले पहुंच गए। राजा ने संवाददाताओं से कहा, 'वह (कन्हैया) समय से नहीं पहुंचे, क्योंकि वह ट्रैफिक जाम में फंस गए थे। जब वह सुप्रीम कोर्ट के पास पहुंचे, मुख्यमंत्री को इंतजार करते करते करीब एक घंटा हो गया था।' उन्होंने कहा, 'इसलिए दोनों ने फोन पर बात की और संभवत: शनिवार को मिलने पर सहमत हो गए। आगामी बजट को लेकर केजरीवाल को पहले से तय कुछ काम था, इसलिए वह इंतजार नहीं कर सके।'
हालांकि कन्हैया से बात नहीं हो पाई, उनकी पार्टी (सीपीआई) ने कहा कि चूंकि दिल्ली पुलिस उन्हें परिसर से बाहर जाने के लिए सुरक्षा मुहैया नहीं करा पाई, उन्हें देरी हुई और बाद में वह आईटीओ के पास ट्रैफिक जाम में फंस गए।
वहीं दिल्ली सरकार के एक अधिकारी ने कहा कि राजा के बयान के उलट दोनों के बीच भविष्य में किसी मुलाकात पर अभी सहमति नहीं बनी है। सूत्रों ने कहा, 'राष्ट्रीय स्तर का नेता होने के बावजूद राजा समय से पहुंच गए, लेकिन कन्हैया नहीं पहुंचे। मुख्यमंत्री नाराज थे, क्योंकि वह उनसे (कन्हैया) नहीं मिल पाए और उन्हें पहले से तय कामों के लिए वहां से जाना पड़ा।'
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
सीपीआई के राष्ट्रीय सचिव डी राजा भी मुख्यमंत्री के साथ कन्हैया का इंतजार कर रहे थे। उन्होंने बाद में कहा कि छात्र नेता वहां समय से नहीं पहुंचे, क्योंकि वह 'भारी ट्रैफिक जाम' में फंस गए थे। सूत्रों ने कहा कि केजरीवाल इससे नाराज हो गए। कन्हैया को शाम छह बजे केजरीवाल से मिलना था।
इस बैठक में शामिल होने के लिए राजा जेएनयू में पढ़ने वाली अपनी बेटी अपराजिता के साथ वहां निर्धारित समय से पहले पहुंच गए। राजा ने संवाददाताओं से कहा, 'वह (कन्हैया) समय से नहीं पहुंचे, क्योंकि वह ट्रैफिक जाम में फंस गए थे। जब वह सुप्रीम कोर्ट के पास पहुंचे, मुख्यमंत्री को इंतजार करते करते करीब एक घंटा हो गया था।' उन्होंने कहा, 'इसलिए दोनों ने फोन पर बात की और संभवत: शनिवार को मिलने पर सहमत हो गए। आगामी बजट को लेकर केजरीवाल को पहले से तय कुछ काम था, इसलिए वह इंतजार नहीं कर सके।'
हालांकि कन्हैया से बात नहीं हो पाई, उनकी पार्टी (सीपीआई) ने कहा कि चूंकि दिल्ली पुलिस उन्हें परिसर से बाहर जाने के लिए सुरक्षा मुहैया नहीं करा पाई, उन्हें देरी हुई और बाद में वह आईटीओ के पास ट्रैफिक जाम में फंस गए।
वहीं दिल्ली सरकार के एक अधिकारी ने कहा कि राजा के बयान के उलट दोनों के बीच भविष्य में किसी मुलाकात पर अभी सहमति नहीं बनी है। सूत्रों ने कहा, 'राष्ट्रीय स्तर का नेता होने के बावजूद राजा समय से पहुंच गए, लेकिन कन्हैया नहीं पहुंचे। मुख्यमंत्री नाराज थे, क्योंकि वह उनसे (कन्हैया) नहीं मिल पाए और उन्हें पहले से तय कामों के लिए वहां से जाना पड़ा।'
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