पुलवामा में हुए आतंकी हमले की फाइल फोटो.
- पुलवामा में हुए आतंकी हमले में शहीद जवानों की संख्या हुई 41ः सूत्र
- गृहमंत्री राजनाथ सिंह लेंगे सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमेटी की बैठक
- दोपहर बाद सीआरपीएफ के डीजी के साथ गृहमंत्री होंगे श्रीनगर रवाना
पुलवामा (Pulwama IED Blast) में हुए आतंकी हमले में शहीद जवानों की वास्तविक सूची सीआरपीएफ थोड़ी देर बाद जारी करने की तैयारी में है.जवानों के नाम जारी किये जाने में देरी की वजह कई शवों का क्षत विक्षत होना है इस वजह से उनकी पहचान में देरी हुई. सूत्र बता रहे हैं कि इस आतंकी हमले में शहीद हुए जवानों का आंकड़ा 41 के करीब पहुंच गया है. हालांकि आधिकारिक तौर पर सीआरपीएफ ने 37 जवानों के शहीद होने की ही पुष्टि की है. सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमेटी की बैठक में आज यानी शुक्रवार को गृहमंत्री राजनाथ सिंह के साथ सीआरपीएफ के डीजी भी शामिल होंगे, जो हालात के बारे में अवगत कराएंगे. बैठक खत्म होने के बाद करीब 12 बजे गृहमंत्री और सीआरपीएफ के डीजी श्रीनगर के लिये रवाना हो जाएंगे. श्रीनगर में हमले में शहीद हुए जवानों को श्रद्धाजलि दी जाएगी. उसके बाद सारे शवों को एक विशेष विमान से गाजियाबाद के हिंडन एयर बेस लाया जाएगा. यहीं से जिस इलाके के जवान है वहां शव भेजे जाएंगे. उत्तर प्रदेश से करीब 10 से 12 और पंजाब से 4-5 जवान है, बाकी राज्यो से एक दो जवान है.
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उरी के बाद सबसे बड़ा आतंकी हमला
जम्मू एवं कश्मीर के पुलवामा (Pulwama Blast) स्थित अवन्तीपुरा के गोरीपुरा इलाके में उस वक्त यह हमला हुआ, जब सीआरपीएफ (CRPF) का काफिला गुजर रहा था.सीआरपीएफ काफिले पर हुए हमले में करीब 350 किलो IED (Improvised Explosive Device) का इस्तेमाल हुआ. आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (Jaish-e-Mohammed) ने हमले की जिम्मेदारी ली और इसे आत्मघाती हमला बताया. रक्षा अधिकारी ने हताहतों की संख्या बढ़ने की आशंका जताई है. उधर, पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) सहित कई राजनेताओं ने हमले की निंदा की है. रिपोर्ट के अनुसार उरी के बाद यह सबसे बड़ा आतंकी हमला है. घायलों का श्रीनगर स्थित सेना के अस्पताल में इलाज चल रहा है. सीआरपीएफ (CRPF) के जवानों को ले जा रही बस को मुख्य रूप से निशाना बनाया गया था. हमले में कई अन्य वाहन भी क्षतिग्रस्त हुए हैं. सेना के एक अधिकारी ने बताया कि सीआरपीएफ जवानों को निशाना बनाकर किए गए आईईडी विस्फोट की जिम्मेदारी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली है. आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने इसे आत्मघाती हमला बताया है. बता दें कि यह हमला श्रीनगर से सिर्फ 20 किलोमीटर की दूरी पर हुआ है. रक्षा राज्य मंत्री सुभाष भामरे ने कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. इस बीच पीएम मोदी ने राष्ट्रीय सुरक्षा सहलाहकार (NSA) अजीत डोभाल से भी बात की.
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भागवत बोले- कार्रवाई का इंतजार है
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ पर हुए आतंकी हमले पर देश भर में उबाल है. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत ने भी इस मुद्दे पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि यह कायराना कृत्य है और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए. सबको इसका इंतजार है. हमले की घटना को केंद्र सरकार ने बेहद गंभीरता से लिया है. केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह आज शुक्रवार को कश्मीर का दौरा करेंगे और पुलवामा हमले के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा करेंगे. राजनाथ सिंह शुक्रवार को बिहार का दौरा करने वाले थे लेकिन पुलवामा में हुए हमले के बाद उन्होंने यह दौरा स्थगित कर दिया.
क्या बोलीं सोनिया गांधी
कांग्रेस की वरिष्ठ नेता और यूपीए की चेयरमैन सोनिया गांधी ने गुरुवार को कहा कि वह जम्मू कश्मीर में सीआरपीएफ के काफिले पर ‘बर्बर हमले' को लेकर गुस्से में हैं. उन्होंने उम्मीद जताई कि इसके लिए जो जिम्मेदार है, उसे न्याय के दायरे में लाया जाएगा और इस भयावह कृत्य के लिए दोषियों को दंडित किया जायेगा.जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले में बृहस्पतिवार को जैश-ए-मोहम्मद के एक आतंकवादी ने विस्फोटकों से लदे वाहन से सीआरपीएफ जवानों की बस को टक्कर मार दी, जिसमें 40 जवान शहीद हो गये और कई गंभीर रूप से घायल हो गये.
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