कर्नाटक के मंत्री डीके शिवकुमार ने कहा है कि उन्होंने कानून का उल्लंघन नहीं किया है.
बेंगलुरु:
कर चोरी के मामले में छापों की व्यापक कार्रवाई का सामना करने के बाद कर्नाटक के मंत्री डीके शिवकुमार आज मीडिया के सामने आए. उनका कहना है कि उन्होंने कानून नहीं तोड़ा है. सच सामने आ ही जाएगा.
शिवकुमार ने कथित कर चोरी के मामले के संबंध में लगातार तीन दिनों तक आयकर अधिकारियों द्वारा की गई पूछताछ के बाद आज कहा कि उन्होंने कानून का उल्लंघन नहीं किया और अंत में सच्चाई सामने आ जाएगी. आयकर विभाग ने बुधवार को शिवकुमार की विभिन्न संपत्तियों पर छापे मारने शुरू किए थे जिससे राजनीतिक तूफान पैदा हो गया था. राज्यसभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा द्वारा कांग्रेस विधायकों को अपने पाले में लाने की कथित कोशिशों के बाद गुजरात के 44 कांग्रेस विधायकों को बेंगलुरू के एक रिजॉर्ट में रखा गया है और उनकी मेजबानी शिवकुमार ही कर रहे हैं.
यह भी पढ़ें : रिसॉर्ट में ठहरे दो कांग्रेसी विधायकों का दावा, आयकर अधिकारियों ने हमें धमकाया
कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी के राजनीतिक सचिव अहमद पटेल गुजरात से राज्यसभा की सीट के लिए होने जा रहे चुनाव में कड़े मुकाबले का सामना कर रहे हैं.
यहां एक पॉश इलाके में अपने घर से बाहर निकलने के बाद शिवकुमार ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं ऐसा व्यक्ति नहीं हूं जो कानून और संविधान का उल्लंघन करता है. सच सामने आ जाएगा.’’ ऊर्जा मंत्री ने उनसे जुड़ी विभिन्न संपत्तियों पर तलाशी के बारे में कोई जानकारी नहीं दी. उन्होंने कहा, ‘‘पूरा पंचनामा और दस्तावेज मिलने के बाद ही मैं आपसे बात करूंगा.’’ आयकर अधिकारियों ने कथित कर चोरी के मामले के संबंध में देशभर में 66 स्थानों पर तलाशी ली और इस दौरान उन्होंने अभी तक 15 करोड़ रुपये की नकदी और आभूषण बरामद किए हैं.
यह भी पढ़ें : कर्नाटक : मंत्री पर कथित मनी लॉन्डरिंग के आरोप पर ईडी से जांच करवाने की मांग
वोक्कालिंगा समुदाय से आने वाले शिवकुमार का बेंगलुरु के ग्रामीण और पड़ोसी रामनगर जिलों में काफी प्रभाव है. उन्होंने कहा ‘‘ मैं अपनी पार्टी को शर्मिंदा नहीं करना चाहता और करूंगा भी नहीं.’’ वह 2018 के विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस की प्रचार समिति के प्रमुख भी हैं.
पार्टी आलाकमान से नजदीकी रखने वाले 55 वर्षीय विधायक को पार्टी के लिए संकट मोचन भी माना जाता है. वह छह बार विधायक रह चुके हैं.
यह भी पढ़ें : बेंगलुरु : डीके शिवकुमार के ठिकानों पर दूसरे दिन भी छापे जारी, सीएम बनने की रखते हैं चाहत
शिवकुमार ने उनका समर्थन करने के लिए पार्टी और उसके नेतृत्व का आभार जताते हुए कहा, ‘‘मुसीबत के समय देश भर में मेरे सभी नेता मेरे साथ खड़े रहे. ’’ छापों के बारे में मीडिया कर्मियों के लगातार सवालों के बावजूद शिवकुमार ने कहा कि वह बाद में इस पर विस्तार से बात करेंगे.
उन्होंने कहा, ‘‘मैं आपसे बाद में बात करूंगा. मैं पहले मंदिर जा रहा हूं फिर मैं रिजॉर्ट जा रहा हूं जहां विधायक रह रहे हैं. चीजों पर चर्चा की गई, विभिन्न स्तरों पर विचार किया गया. मैं अभी कुछ नहीं बताना चाहता.’’ यह पूछे जाने पर कि क्या आयकर विभाग की छापेमारी पूरी हो गई, इस पर शिवकुमार ने कहा, ‘‘आपने अधिकारियों को बाहर जाते हुए देखा.’’ अन्य स्थानों पर छापों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘मुझे नहीं पता.’’ उन्होंने कहा, ‘‘मुझे बस आपके जरिए ही पता चला कि 70 या 80 स्थानों पर छापे मारे गए हैं. कृपया आप खुद पता करिए.’’ मुख्यमंत्री सिद्धरामैया ने बुधवार को एक बयान में आरोप लगाया था कि आयकर विभाग की कार्रवाई भाजपा के खिलाफ आवाज को चुप कराने की कोशिश है.
VIDEO : आयकर विभाग की कार्रवाई
कर्नाटक सरकार ने छापेमारी के दौरान केंद्र द्वारा सीआरपीएफ जवानों का इस्तेमाल किए जाने पर ‘‘कड़ा विरोध’’ दर्ज कराते हुए कहा था कि यह राज्य की पुलिस पर संदेह पैदा करता है.
शिवकुमार ने कथित कर चोरी के मामले के संबंध में लगातार तीन दिनों तक आयकर अधिकारियों द्वारा की गई पूछताछ के बाद आज कहा कि उन्होंने कानून का उल्लंघन नहीं किया और अंत में सच्चाई सामने आ जाएगी. आयकर विभाग ने बुधवार को शिवकुमार की विभिन्न संपत्तियों पर छापे मारने शुरू किए थे जिससे राजनीतिक तूफान पैदा हो गया था. राज्यसभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा द्वारा कांग्रेस विधायकों को अपने पाले में लाने की कथित कोशिशों के बाद गुजरात के 44 कांग्रेस विधायकों को बेंगलुरू के एक रिजॉर्ट में रखा गया है और उनकी मेजबानी शिवकुमार ही कर रहे हैं.
यह भी पढ़ें : रिसॉर्ट में ठहरे दो कांग्रेसी विधायकों का दावा, आयकर अधिकारियों ने हमें धमकाया
कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी के राजनीतिक सचिव अहमद पटेल गुजरात से राज्यसभा की सीट के लिए होने जा रहे चुनाव में कड़े मुकाबले का सामना कर रहे हैं.
यहां एक पॉश इलाके में अपने घर से बाहर निकलने के बाद शिवकुमार ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं ऐसा व्यक्ति नहीं हूं जो कानून और संविधान का उल्लंघन करता है. सच सामने आ जाएगा.’’ ऊर्जा मंत्री ने उनसे जुड़ी विभिन्न संपत्तियों पर तलाशी के बारे में कोई जानकारी नहीं दी. उन्होंने कहा, ‘‘पूरा पंचनामा और दस्तावेज मिलने के बाद ही मैं आपसे बात करूंगा.’’ आयकर अधिकारियों ने कथित कर चोरी के मामले के संबंध में देशभर में 66 स्थानों पर तलाशी ली और इस दौरान उन्होंने अभी तक 15 करोड़ रुपये की नकदी और आभूषण बरामद किए हैं.
यह भी पढ़ें : कर्नाटक : मंत्री पर कथित मनी लॉन्डरिंग के आरोप पर ईडी से जांच करवाने की मांग
वोक्कालिंगा समुदाय से आने वाले शिवकुमार का बेंगलुरु के ग्रामीण और पड़ोसी रामनगर जिलों में काफी प्रभाव है. उन्होंने कहा ‘‘ मैं अपनी पार्टी को शर्मिंदा नहीं करना चाहता और करूंगा भी नहीं.’’ वह 2018 के विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस की प्रचार समिति के प्रमुख भी हैं.
पार्टी आलाकमान से नजदीकी रखने वाले 55 वर्षीय विधायक को पार्टी के लिए संकट मोचन भी माना जाता है. वह छह बार विधायक रह चुके हैं.
यह भी पढ़ें : बेंगलुरु : डीके शिवकुमार के ठिकानों पर दूसरे दिन भी छापे जारी, सीएम बनने की रखते हैं चाहत
शिवकुमार ने उनका समर्थन करने के लिए पार्टी और उसके नेतृत्व का आभार जताते हुए कहा, ‘‘मुसीबत के समय देश भर में मेरे सभी नेता मेरे साथ खड़े रहे. ’’ छापों के बारे में मीडिया कर्मियों के लगातार सवालों के बावजूद शिवकुमार ने कहा कि वह बाद में इस पर विस्तार से बात करेंगे.
उन्होंने कहा, ‘‘मैं आपसे बाद में बात करूंगा. मैं पहले मंदिर जा रहा हूं फिर मैं रिजॉर्ट जा रहा हूं जहां विधायक रह रहे हैं. चीजों पर चर्चा की गई, विभिन्न स्तरों पर विचार किया गया. मैं अभी कुछ नहीं बताना चाहता.’’ यह पूछे जाने पर कि क्या आयकर विभाग की छापेमारी पूरी हो गई, इस पर शिवकुमार ने कहा, ‘‘आपने अधिकारियों को बाहर जाते हुए देखा.’’ अन्य स्थानों पर छापों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘मुझे नहीं पता.’’ उन्होंने कहा, ‘‘मुझे बस आपके जरिए ही पता चला कि 70 या 80 स्थानों पर छापे मारे गए हैं. कृपया आप खुद पता करिए.’’ मुख्यमंत्री सिद्धरामैया ने बुधवार को एक बयान में आरोप लगाया था कि आयकर विभाग की कार्रवाई भाजपा के खिलाफ आवाज को चुप कराने की कोशिश है.
VIDEO : आयकर विभाग की कार्रवाई
कर्नाटक सरकार ने छापेमारी के दौरान केंद्र द्वारा सीआरपीएफ जवानों का इस्तेमाल किए जाने पर ‘‘कड़ा विरोध’’ दर्ज कराते हुए कहा था कि यह राज्य की पुलिस पर संदेह पैदा करता है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं