फार्मास्युटिकल कंपनी जॉनसन एंड जॉनसन ने भारत में सिंगल-डोज़ COVID वैक्सीन के एमरजेंसी प्रयोग की अनुमति मांगी है.देश में इस समय तीन कोरोना वैक्सीन कोविशील्ड, कोवैक्सीन और स्पूतनिक V के इस्तेमाल को इजाजत मिली है. कोविशील्ड को ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और एस्ट्राजेनेका के शोधकर्ताओं ने विकसित किया है और सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया इसका उत्पादन कर रहा है. कोवैक्सीन को आईसीएमआर के सहयोग से भारत बायोटेक ने विकसित किया है. कोवैक्सीन पूरी तरह से भारत में विकसित वैक्सीन है. केंद्र सरकार ने इसके साथ ही रूस की वैक्सीन स्पूतनिक V को भी भारत में आपात इस्तेमाल के लिए मंजूरी दी है.
गौरतलब है कि ब्रिटेन (Britain) इसी वर्ष मई माह में सिंगल शॉट जॉनसन एंड जॉनसन कोरोनावायरस वैक्सीन (Single Shot Johnson & Johnson Covid Vaccine) के उपयोग को मंजूरी दे चुका है. ब्रिटेन की ओर से यह जानकारी देते हुए बताया गया था, "यह यूके के बेहद सफल टीकाकरण कार्यक्रम को और बढ़ावा देता है, इस वैक्सीन ने पहले ही 13,000 से अधिक लोगों की जान बचाई है. अब हमारे पास इस भयानक वायरस से लोगों को बचाने में मदद करने के लिए चार सुरक्षित और प्रभावी वैक्सीन हैं."ब्रिटिश सरकार को उम्मीद है कि सिंगल-डोज़ जैब "आने वाले महीनों में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा", उन्होंने कहा कि भारत में पाए गए कोरोना वैरिएंट की चिंताओं के बाद बड़ी संख्या में युवा आबादी भी वैक्सीनेशन के लिए आगे आ रही है. ऐसे में यह वैक्सीन महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी.
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