अरुण जेटली।
नई दिल्ली:
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने स्वयं पर लगे आरोपों को पूरी तरह बेबुनियाद बताया है। राज्यसभा में डीडीसीए के मसले पर कांग्रेस सांसदों ने वित्त मंत्री अरुण जेटली के इस्तीफे की मांग की। कांग्रेस की नारेबाजी के कारण सदन में शून्यकाल और प्रश्नकाल की कार्यवाही नहीं चल पाई।
राज्यसभा में आजाद ने उठाया डीडीसीए का मामला
शून्यकाल में प्रतिपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने मामला उठाया और कहा कि डीडीसीए मामले में सामने आए तथ्यों के बाद अरुण जेटली को पद पर नहीं बने रहना चाहिए। हालांकि आजाद की ओर से लगाए आरोपों को उप सभापति पीजे कुरियन ने सदन की कार्यवाही से हटा दिया। उप सभापति ने कहा कि अगर आपको सदन के किसी सदस्य के खिलाफ आरोप लगाने हैं तो इसके लिए पहले अनुमति लीजिए।
जेटली ने कहा चर्चा कराएं, सारे जवाब देने को तैयार
इसके फौरन बाद अरुण जेटली ने कहा कि संसद के सारे कायदे दरकिनार करके इस मुद्दे पर चर्चा करवा ली जाए। जेटली ने कहा कि वे सारे जवाब देने के लिए तैयार हैं बशर्ते कांग्रेस तफसील से उन्हें बताए। इसके बाद सदन में जोरदार हंगामा और जेटली के खिलाफ नारेबाजी शुरू हो गई। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि क्या वे यह मानें कि कांग्रेस के पास कहने के लिए कुछ नहीं है और वह सिर्फ हंगामा करना चाहती है।
शोरशराबे के कारण सदन की कार्यवाही स्थगित
शोरशराबे के बीच सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गई। बाद में सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू होने पर कांग्रेस ने फिर नारेबाजी शुरू कर दी। इस पर उप सभापति ने हंगामा कर रहे कांग्रेस सदस्यों से कहा कि अगर सरकार मामले पर चर्चा के लिए तैयार नहीं होती तब आपका हंगामा फिर भी समझा जा सकता था, किंतु जब सरकार मसले पर चर्चा के लिए तैयार है तब आप हंगामा क्यों कर रहे हैं। उप सभापति ने हंगामा कर रहे कांग्रेस सांसदों के आचरण को असंगत और अवांछनीय भी बताया। इसी मुद्दे पर लगातार हंगामे के बाद राज्यसभा की कार्यवाही 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
राज्यसभा में आजाद ने उठाया डीडीसीए का मामला
शून्यकाल में प्रतिपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने मामला उठाया और कहा कि डीडीसीए मामले में सामने आए तथ्यों के बाद अरुण जेटली को पद पर नहीं बने रहना चाहिए। हालांकि आजाद की ओर से लगाए आरोपों को उप सभापति पीजे कुरियन ने सदन की कार्यवाही से हटा दिया। उप सभापति ने कहा कि अगर आपको सदन के किसी सदस्य के खिलाफ आरोप लगाने हैं तो इसके लिए पहले अनुमति लीजिए।
जेटली ने कहा चर्चा कराएं, सारे जवाब देने को तैयार
इसके फौरन बाद अरुण जेटली ने कहा कि संसद के सारे कायदे दरकिनार करके इस मुद्दे पर चर्चा करवा ली जाए। जेटली ने कहा कि वे सारे जवाब देने के लिए तैयार हैं बशर्ते कांग्रेस तफसील से उन्हें बताए। इसके बाद सदन में जोरदार हंगामा और जेटली के खिलाफ नारेबाजी शुरू हो गई। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि क्या वे यह मानें कि कांग्रेस के पास कहने के लिए कुछ नहीं है और वह सिर्फ हंगामा करना चाहती है।
शोरशराबे के कारण सदन की कार्यवाही स्थगित
शोरशराबे के बीच सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गई। बाद में सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू होने पर कांग्रेस ने फिर नारेबाजी शुरू कर दी। इस पर उप सभापति ने हंगामा कर रहे कांग्रेस सदस्यों से कहा कि अगर सरकार मामले पर चर्चा के लिए तैयार नहीं होती तब आपका हंगामा फिर भी समझा जा सकता था, किंतु जब सरकार मसले पर चर्चा के लिए तैयार है तब आप हंगामा क्यों कर रहे हैं। उप सभापति ने हंगामा कर रहे कांग्रेस सांसदों के आचरण को असंगत और अवांछनीय भी बताया। इसी मुद्दे पर लगातार हंगामे के बाद राज्यसभा की कार्यवाही 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
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