जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने बारामूला में सीआईएसएफ की फायरिंग में छात्र की मौत को हत्या करार दिया है। उमर अब्दुल्ला छात्र के घरवालों से मिलने बारामूला गए थे। वहां नाराज लोगों ने उनके काफिले को घेर लिया जिसके बाद पुलिस और लोगों के बीच झड़प भी हुई। उमर अब्दुल्ला ने कार से उतर कर लोगों को संबोधित किया।
सोमवार को बारामूला में बिजली कटौती के खिलाफ चल रहे प्रदर्शन के दौरान ये वाकया हुआ। उमर ने माना कि बच्चा ट्यूशन पढ़कर लौट रहा था उसके हाथ में किताबें थीं तब भी उसे गोली मारी गई। इस मामले में सीआईएसएफ के पांच लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है।
दरअसल, जम्मू-कश्मीर के बारामूला में बिजली कटौती के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों पर सीआईएसएफ ने फायरिंग की थी जिसमें 12वीं कक्षा के एक छात्र की मौत हो गई। गोलीबारी में दो लोग घायल भी हुए । करीब 500 लोग रोजाना 12 से 14 घंटे हो रही बिजली कटौती के खिलाफ एनएचपीसी के एक बिजलीघर के बाहर प्रदर्शन कर रहे थे, तभी सीआईएसएफ के जवानों ने उन पर फायरिंग शुरू कर दी।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक फायरिंग तब की गई, जब लोगों ने जबरनबिजलीघर के भीतर घुसने की कोशिश की। घटना को लेकर कश्मीर घाटी में फिर तनाव का माहौल बन गया है। मामले में सीआईएसएफ के पांच जवानों को गिरफ्तार किया गया है, और राज्य सरकार ने मारे गए लड़के के परिजनों को एक लाख रुपये का मुआवजा देने का ऐलान किया है।
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