जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा (LOC) के पास पाकिस्तान द्वारा अतिरिक्त सैन्य बल तैनात किये जाने की खबरों को सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत (Bipin Rawat) ने कोई तवज्जो नहीं दी है. उन्होंने कहा कि सेना क्षेत्र में किसी भी सुरक्षा चुनौती से निपटने के लिये तैयार है. सेना प्रमुख ने मंगलवार को कहा कि हर देश एहतियाती कदम उठाता है और एलओसी के पास पाकिस्तान द्वारा अतिरिक्त बल की तैनाती को लेकर चिंता वाली कोई बात नहीं है. एक कार्यक्रम से इतर जनरल रावत ने कहा, ‘‘यह सामान्य बात है. हर कोई एहतियातन तैनाती करता है और सैन्य गतिविधि बढ़ाता है. इस बारे में हमें अधिक चिंतित नहीं होना चाहिए.'' जम्मू कश्मीर से विशेष दर्जा वापस लिये जाने और राज्य को दो केंद्र शासित क्षेत्रों में विभाजित किये जाने के भारत के फैसले के बाद एलओसी के पास पाकिस्तान द्वारा सुरक्षा बढ़ाये जाने को लेकर जनरल रावत से सवाल पूछा गया था.
सेना प्रमुख ने कहा कि एलओसी के पास किसी भी सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिये सेना तैयार है. उन्होंने कहा, ‘‘जहां तक सेना और कर्तव्य का संबंध है तो कुछ भी गलत होने की स्थिति में हम लोग हमेशा ही तैयार रहते हैं.'' क्या आगामी दिनों में एलओसी के पास युद्ध की स्थिति बनने वाली है, इस बारे में पूछे जाने पर जनरल रावत ने कहा कि इसका चयन पाकिस्तान के हाथ में हैं. सेना प्रमुख ने कहा, ‘‘अगर पाकिस्तान एलओसी पर गतिविधि तेज करता है तो यह उसका चयन है.''
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बता दें ऐसी खबरें हैं कि पाकिस्तान सेना एलओसी पर बड़ी तोपों की तैनाती कर रहा है. जम्मू कश्मीर पर भारत के फैसले के मद्देनजर पाकिस्तान के किसी भी संभावित खतरे की आशंका को देखते हुए एलओसी के पास सेना को हाई अलर्ट पर रखा गया है. केंद्र के फैसले के बाद जम्मू कश्मीर में किसी भी असैन्य अशांति को नाकाम करने के लिये सेना के शीर्ष कमांडर क्षेत्र में संपूर्ण सुरक्षा हालात पर नजर रखे हुए हैं. सूत्रों ने बताया कि सरकार के फैसले के बाद पाकिस्तान कश्मीर घाटी में हिंसा में इजाफा, आईडी विस्फोट और फिदायीन हमले समेत वहां अशांति बढ़ाने का प्रयास कर सकता है.
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