
भारत ने कहा कि अपने भागीदारों का चयन करना ईरान सरकार का विशेषाधिकार है.
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भारत ने कहा कि भागीदारों का चयन करना ईरान का विशेषाधिकार
चीन और पाकिस्तान को आमंत्रित करने के बाद भारत ने कही यह बात
भारत बंदरगाह के विकास में एक अहम भागीदार रहा है
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भारत बंदरगाह के विकास में एक अहम भागीदार रहा है. यह बंदरगाह भारत के पश्चिमी तट से आसानी से सुगम्य है और इसे चीनी निवेश के साथ विकसित किए जा रहे पाकिस्तान के ग्वादर बंदरगाह के जवाब के रूप में देखा जा रहा है. प्रवक्ता ने कहा, ‘‘जैसा कि आपको पता है, भारत अफगानिस्तान एवं मध्य एशिया तक आने- जाने के एक मजबूत एवं वैकल्पिक मार्ग के तौर पर चाबहार बंदरगाह के विकास में मदद दे रहा है.’’
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पिछले साल नवंबर में भारत ने इस बंदरगाह के रास्ते गेहूं की पहली खेप अफगानिस्तान भेजी थी. कुमार ने कहा, ‘‘ पिछले साल अक्तूबर के बाद से चाबहार के रास्ते गेहूं की खेप संबंधी मदद सफलतापूर्वक पूरी की जा रही है. इस तरह की चार खेपें सफलतापूर्वक पहुंचायी गयी हैं.’’ उन्होंने बताया कि बंदरगाह के परिचालन में अहम प्रगति हुई है.
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प्रवक्ता ने कहा, ‘‘ हम चाबहार बंदरगाह के पूर्ण एवं प्रभावी परिचालन को लेकर ईरान के साथ काम कर रहे हैं.’’ भारत, ईरान और अफगानिस्तान ने चाबहार बंदरगाह का मिलकर विकास करने के लिए 2016 में एक त्रिपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर किए थे.
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