प्रतीकात्मक फोटो
उधगमंडलम (तमिलनाडु):
पिछले 15 घंटों से कीचड़ वाले एक तालाब में फंसा सात वर्षीय घायल तेंदुआ आखिरकार डूब गया। वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि यहां से करीब 20 किलोमीटर दूर चिन्नवनदिसोलई गांव के नजदीक 11 जून से लोग तेंदुआ को लंगड़ाते हुए घूमता देख रहे थे।
यह तेंदुआ जंगली सूअरों को फंसाने के लिए लगाये गये जाल में फंस गया था और खुद को छुड़ाने के प्रयास में उसके पांव जख्मी हो गये थे। बाद में तेंदुआ कूनूर के उपनगरीय एक गांव के एक तालाब में कीचड़ में फंस गया जहां वह संभवत: पानी पीने गया था। इसके बाद ग्रामीणों ने वन विभाग के अधिकारियों को कल करीब साढ़े पांच बजे सूचना दी।
पुलिस ने बताया कि अधिकारियों ने तालाब के किनारे एक पिंजरा रखा और उसके आने पर उसे बेहोश करने की योजना बनायी। हालांकि, उन्होंने बताया कि वन विभाग या पशु चिकित्सक घटनास्थल पर मौजूद नहीं था और एक मदमस्त हाथी को पकड़ने के लिए कोयंबटूर के बाहरी इलाके चला गया। उन्होंने बताया कि अधिकारियों का एक टीम आज सुबह घटनास्थल पर पहुंची और तेंदुए को मृत पाया।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
यह तेंदुआ जंगली सूअरों को फंसाने के लिए लगाये गये जाल में फंस गया था और खुद को छुड़ाने के प्रयास में उसके पांव जख्मी हो गये थे। बाद में तेंदुआ कूनूर के उपनगरीय एक गांव के एक तालाब में कीचड़ में फंस गया जहां वह संभवत: पानी पीने गया था। इसके बाद ग्रामीणों ने वन विभाग के अधिकारियों को कल करीब साढ़े पांच बजे सूचना दी।
पुलिस ने बताया कि अधिकारियों ने तालाब के किनारे एक पिंजरा रखा और उसके आने पर उसे बेहोश करने की योजना बनायी। हालांकि, उन्होंने बताया कि वन विभाग या पशु चिकित्सक घटनास्थल पर मौजूद नहीं था और एक मदमस्त हाथी को पकड़ने के लिए कोयंबटूर के बाहरी इलाके चला गया। उन्होंने बताया कि अधिकारियों का एक टीम आज सुबह घटनास्थल पर पहुंची और तेंदुए को मृत पाया।
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