भारत ने 10 दिन पहले ही आंतकियों के नाम, ठिकाने और टारगेट बताए, फिर भी सतर्क नहीं हुआ श्रीलंका

श्रीलंका में हुए सीरियल बम ब्लास्ट में अभी तक कुल 359 लोगों की मौत हो चुकी है. ईस्टर बम ब्लास्ट (Easter bombings) के दस दिन पहले भारत ने श्रीलंका को एक विस्तृत रूप में एडवाइजरी दी थी, जिसमें...

भारत ने 10 दिन पहले ही आंतकियों के नाम, ठिकाने और टारगेट बताए, फिर भी सतर्क नहीं हुआ श्रीलंका

श्रीलंका में हुए बम ब्लास्ट की तस्वीर

खास बातें

  • भारत ने दी थी चेतावनी
  • बताए थे आंतकियों के नाम, ठिकाने
  • फिर भी नहीं चेती श्रीलंका सरकार
नई दिल्ली:

श्रीलंका में हुए सीरियल बम ब्लास्ट में अभी तक कुल 359 लोगों की मौत हो चुकी है. ईस्टर बम ब्लास्ट (Easter bombings) के दस दिन पहले भारत ने श्रीलंका को एक विस्तृत रूप में एडवाइजरी दी थी, जिसमें न केवल आत्मघाती हमलों की चेतावनी दी गई थी बल्कि इसमें शामिल समूह, इसके लीडर और अन्य सस्दयों के नाम के बारे में जानकारी दी थी. बम विस्फोट में हुए 359 मौतों के अलावा करीब 500 लोग घायल हुए थे. श्रीलंका के प्रशासन ने करीब 60 संदिग्ध लोगों को गिरफ्तार किया है.

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एनडीटीवी के पास तीन पेज की एडवाइजरी है, जिसमें समूह का नाम 'नेशनल तौहीद जमात' (National Thowheeth Jama'ath) का जिक्र है. इतना ही नहीं, इसमें शामिल लोगों के ठिकाने का उल्लेख था. साथ ही उनके ठिकानों के पते, फोन नंबर और पृष्ठभूमि भी दी गई हुई है. 11 अप्रैल के इस दस्तावेज में निशाना बनाए जाने वाले जगहों चर्च और भारतीय उच्चायोग का भी उल्लेख किया गया था. श्रीलंका के अधिकारियों का कहना है कि विस्तृत रूप में जानकारी होने पर कोई न कोई कदम उठाया जाना चाहिए, लेकिन इसपर कोई भी कदम नहीं उठाया गया.

एनडीटीवी के इंटरव्यू में श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने यह स्वीकारा कि उन्हें भारत से खुफिया चेतावनी मिली थी, लेकिन यह सूचना नीचे तक नहीं पहुंची. श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रिपाला सिरिसेना हमले के दौरान देश के बाहर थे. सिरिसेना का कहना है कि उन्हें इस एडवाइजरी के बारे जानकारी नहीं थी. उन्होंने देश के रक्षा सचिव और पुलिस प्रमुख का इस्तीफा मांगा. दोनों ही अधिकारी राष्ट्रपति को रिपोर्ट करते हैं.

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बुधवार को श्रीलंका संसद के नेता और सरकार के मंत्री लक्ष्मण किरीला ने कहा कि सूचना को जानबूझकर रोक दिया गया, जो तेजी से विकसित हो रहे राजनीतिक दोषपूर्ण खेल की ओर इशारा करता है. हालांकि मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, आईएसआईएस ने हमलों की जिम्मेदारी का दावा किया, लेकिन इस सिलसिले में कोई सबूत नहीं दिया. तीन दिन के बाद करीब 60 संदिग्ध लोगों को पुलिस में गिरफ्तार किया है. सरकार के सूत्रों का कहना है कि संख्या करीब 100 भी हो सकती है. जांचकर्ताओं का कहना है कि नौ हमलावर थे, उनमें से एक महिला थी. उनमें से कई अच्छी तरह से शिक्षित थे और विदेशी देशों में यात्रा कर चुके थे.

Video: श्रीलंका विस्फोट में सीसीटीवी में कैद दिखा संदिग्ध हमलावर

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