जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) से आर्टिकल 370 (Artice 370) हटाने के बाद से पाकिस्तान बौखला गया है. दुनियाभर में मुंह की खाने के बाद भी वह गीदड़भभकियों से बाज नहीं आ रहा है. पाकिस्तान सरकार एक बार फिर भारतीय उड़ानों के लिए देश के एयरस्पेस के इस्तेमाल पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने की सोच रही है. पाकिस्तान के विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री फवाद हुसैन चौधरी ने कहा कि प्रधानमंत्री इमरान खान की अध्यक्षता वाली कैबिनेट बैठक में भारत के लिए वायुक्षेत्र बंद करने और अफगानिस्तान के साथ भारत के व्यापार के लिए पाकिस्तानी जमीनी मार्ग के इस्तेमाल पर रोक लगाने का फैसला किया गया है.
इमरान खान बोले, 27 सितंबर को संयुक्त राष्ट्र महासभा के दौरान उठाएंगे कश्मीर का मुद्दा
उन्होंने ट्वीट किया, 'प्रधानमंत्री भारत के लिए एयरस्पेस को पूरी तरह बंद करने पर विचार कर रहे हैं, अफगानिस्तान के लिए भारतीय व्यापार को लेकर पाकिस्तानी जमीनी मार्गों के इस्तेमाल पर पूरी तरह रोकने का भी सुझाव आया है. इन फैसलों की कानूनी औपचारिकताओं पर विचार हो रहा है. मोदी ने शुरू किया, हम उसे खत्म करेंगे.' पाकिस्तान ने बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) के आतंकी कैंप पर भारतीय वायुसेना के हमले के बाद अपने वायुक्षेत्र को फरवरी में बंद कर दिया था.
'ऑपरेशन बालाकोट' के बाद से बंद एयरस्पेस को खोलना क्या पाकिस्तान की अब मजबूरी है?
पाकिस्तान ने नई दिल्ली, बैंकॉक और कुआलालंपुर को छोड़कर सभी उड़ानों के लिए 27 मार्च को अपना वायुक्षेत्र खोल दिया था. पाकिस्तान ने 15 मई को भारत के विमानों के लिए अपने वायुक्षेत्र पर प्रतिबंध को 30 मई तक बढ़ा दिया था. इसके बाद 16 जुलाई को सभी असैन्य उड़ानों के लिए उसने अपने वायुक्षेत्र को खोला था. भारत द्वारा पांच अगस्त को जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म करने के बाद पाकिस्तान, भारत के साथ अपने व्यापार को पहले ही बंद कर चुका है और ट्रेन तथा बस सेवा पर भी रोक लगा दी गई थी.
VIDEO: पाकिस्तान का एयरस्पेस खुलने से किसका फायदा और किसका नुकसान
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं