नई दिल्ली:
पश्चिम बंगाल के खड़गपुर में स्थित भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) देश का पहला ऐसा आईआईटी होगा, जहां चिकित्सा क्षेत्र में अध्ययन की सुविधा भी होगी। एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी।
अधिकारी ने बताया कि आईआईटी, खड़गपुर में 2017 से डॉ. बी. सी. रॉय चिकित्सा विज्ञान संस्थान एवं अनुसंधान केंद्र नाम से अस्पताल एवं चिकित्सा विज्ञान संस्थान शुरू होगा। अस्पताल में पहले चरण में 400 बिस्तर होंगे तथा जल्द ही 750 अतिरिक्त बिस्तर जोड़ दिए जाएंगे।
आईआईटी-खड़गपुर के निदेशक पार्था प्रतिम चक्रवर्ती ने एक वक्तव्य जारी कर कहा, 'इस सुविधा के लिए सरकार 230 करोड़ रुपये की अनुदान राशि जारी कर चुकी है। जल्द ही निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा और 26 महीनों में निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा।'
उन्होंने कहा, 'इससे इंजीनियरिंग और चिकित्सा दो बिल्कुल अलग धारा के अध्ययन एवं उन क्षेत्रों में अनुसंधान कार्य साथ-साथ आ जाएंगे। सैटेलाइट केंद्रों एवं माध्यमिक अस्पतालों के जरिए बड़ी संख्या में रोगियों के उपचार में प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल किया जाएगा।'
अधिकारियों ने एमबीबीएस एवं चिकित्सा में अन्य स्नातक स्तरीय पाठ्यक्रमों की मान्यता के लिए भारतीय चिकित्सा परिषद (एमसीआई) के समक्ष आवेदन दे दिया है। पाठ्यक्रमों का निर्धारण एम्स करेगा।
आईआईटी, खड़गपुर द्वारा कई दशकों से विशेष चिकित्सा पाठ्यक्रम शुरू करने की इजाजत दिए जाने की मांग पिछले हफ्ते केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मान ली।
आईआईटी, खड़गपुर में शुरू होने वाले इस चिकित्सा संस्थान से एमबीबीएस, एमडी, एमएस और डीएम के पाठ्यक्रम किए जा सकेंगे, हालांकि संस्थान अनुसंधान पर मुख्यत: अपना ध्यान केंद्रित करेगा।
अधिकारी ने बताया कि आईआईटी, खड़गपुर में 2017 से डॉ. बी. सी. रॉय चिकित्सा विज्ञान संस्थान एवं अनुसंधान केंद्र नाम से अस्पताल एवं चिकित्सा विज्ञान संस्थान शुरू होगा। अस्पताल में पहले चरण में 400 बिस्तर होंगे तथा जल्द ही 750 अतिरिक्त बिस्तर जोड़ दिए जाएंगे।
आईआईटी-खड़गपुर के निदेशक पार्था प्रतिम चक्रवर्ती ने एक वक्तव्य जारी कर कहा, 'इस सुविधा के लिए सरकार 230 करोड़ रुपये की अनुदान राशि जारी कर चुकी है। जल्द ही निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा और 26 महीनों में निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा।'
उन्होंने कहा, 'इससे इंजीनियरिंग और चिकित्सा दो बिल्कुल अलग धारा के अध्ययन एवं उन क्षेत्रों में अनुसंधान कार्य साथ-साथ आ जाएंगे। सैटेलाइट केंद्रों एवं माध्यमिक अस्पतालों के जरिए बड़ी संख्या में रोगियों के उपचार में प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल किया जाएगा।'
अधिकारियों ने एमबीबीएस एवं चिकित्सा में अन्य स्नातक स्तरीय पाठ्यक्रमों की मान्यता के लिए भारतीय चिकित्सा परिषद (एमसीआई) के समक्ष आवेदन दे दिया है। पाठ्यक्रमों का निर्धारण एम्स करेगा।
आईआईटी, खड़गपुर द्वारा कई दशकों से विशेष चिकित्सा पाठ्यक्रम शुरू करने की इजाजत दिए जाने की मांग पिछले हफ्ते केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मान ली।
आईआईटी, खड़गपुर में शुरू होने वाले इस चिकित्सा संस्थान से एमबीबीएस, एमडी, एमएस और डीएम के पाठ्यक्रम किए जा सकेंगे, हालांकि संस्थान अनुसंधान पर मुख्यत: अपना ध्यान केंद्रित करेगा।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
पश्चिम बंगाल, खड़गपुर, आईआईटी, आईआईटी-खड़गपुर, आईआईटी में मेडिकल की पढ़ाई, West Bengal, Khadagpur, IIT, IIT-Kharagpur, Medical Syllabus In IIT