तूफान ‘हुदहुद’ के कारण वेस्टइंडीज के खिलाफ विशाखापट्टनम में होने वाले तीसरा एकदिवसीय मैच रद्द होने से भारत का आईसीसी वनडे टीम रैंकिंग में फिर से नंबर एक स्थान हासिल करने की संभावनाएं भी समाप्त हो गई। ऑस्ट्रेलिया जारी रैंकिंग में फिर से नंबर एक पर काबिज हो गया है।
आईसीसी ने बयान में कहा, संयुक्त अरब अमीरात में खेली गयी एकदिवसीय शृंखला में पाकिस्तान पर 3-0 की जीत से ऑस्ट्रेलिया रिलायंस आईसीसी एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय टीम रैंकिंग में नंबर पर काबिज हो गया है। अबुधाबी में कल पाकिस्तान पर एक रन की जीत और इधर भारत और वेस्टइंडीज के बीच तीसरा वनडे रद्द होने से ऑस्ट्रेलिया ने अपना शीर्ष स्थान सुनिश्चित किया।
विशाखापट्टनम में होने वाले मैच के रद्द होने का मतलब है कि भारत धर्मशाला और कोलकाता में 17 और 20 अक्तूबर को होने वाले बाकी दो मैचों में जीत दर्ज करने के बावजूद ऑस्ट्रेलिया से आगे नहीं निकल पाएगा। ऐसी स्थिति में महेंद्र सिंह धोनी की टीम ऑस्ट्रेलिया से 0.02 अंक पीछे रह जाएगी। ऑस्ट्रेलिया अभी 114 अंक के साथ शीर्ष पर है। ऑस्ट्रेलिया को फिर से नंबर एक स्थान हासिल करने के लिए पांच वनडे तक इंतजार करना पड़ा। वह 31 अगस्त को जिम्बाब्वे के खिलाफ हरारे में तीन विकेट की हार के कारण नीचे खिसक गया था। ऑस्ट्रेलिया ने पिछले पांच में से चार वनडे जीते हैं। उसे इस बीच केवल दक्षिण अफ्रीका के हाथों छह सितंबर को हरारे में त्रिकोणीय शृंखला के फाइनल में हार का सामना करना पड़ा था।
शाहिद अफरीदी ने भी अपनी लेग स्पिन से लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है, जिससे वह छह पायदान ऊपर 35वें स्थान पर पहुंच गए हैं। ऑस्ट्रेलिया के जेवियर डोहर्टी भी 35वें सथान पर हैं, लेकिन वह दो पायदान नीचे खिसके हैं। बल्लेबाजी रैंकिंग में ऑस्ट्रेलिया के आक्रामक सलामी बल्लेबाज डेविड वार्नर तीन पारियों में 43, 29, और 56 रन बनाने से तीन पायदान ऊपर 40वें स्थान पर पहुंच गए हैं। भारतीय बल्लेबाजों में विराट कोहली पहले की तरह तीसरे और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी छठे स्थान पर बने हुए हैं, लेकिन शिखर धवन एक पायदान नीचे आठवें स्थान पर खिसक गए हैं। गेंदबाजी में रविंद्र जडेजा अब भी भारत के चोटी के गेंदबाज बने हुए हैं, लेकिन उन्हें एक स्थान का नुकसान हुआ है और वह अब वह छठे स्थान पर काबिज हैं। ऑलराउंडरों की सूची में वह पहले की तरह तीसरे स्थान पर बने हुए हैं।
भारत. पाक प्रधानमंत्रियों को मलाला के आमंत्रण पर राष्ट्रपति टिप्पणी से बचे
: सुमीर कौल : ओस्लो, 13 अक्तूबर : भाषा : राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने नोबेल शांति पुरस्कार विजेता मलाला यूसुफजई द्वारा पुरस्कार समारोह में भारत और पाकिस्तान के प्रधानमंत्रियों को आमंत्रित किए जाने पर कोई टिप्पणी नहीं की लेकिन मलाला के ‘‘साहस और अदम्य शक्ति’’ की सराहना की।
राष्ट्रपति ने यहां मीडिया साक्षात्कारों में कहा, ‘‘ संवैधानिक रूप से , भारतीय राष्ट्रपति रोजमर्रा की राजनीति से उपर होता है.. .इसलिए नेताओं को क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए,....मैंने ये उन्हीं पर छोड़ दिया है ।’’ उन्होंने साथ ही कहा कि उन्होंने उसी दिन अपने राजनीतिक संपर्को को समाप्त कर दिया था जिस दिन उन्होंने राष्ट्रपति पद का चुनाव लड़ने का फैसला किया था।
राष्ट्रपति ने हालांकि मलाला की जी खोलकर तारीफ की जिसे उन्होंने एक ऐसी युवती बताया जो उसी साहस और अदम्य शक्ति का प्रतीक है जो स5यता को चलाने वाली ताकत है ।
उन्होंने कहा, ‘‘ मुझे नहीं पता कि उसे यह साहस और प्रतिबद्धता कहां से मिली लेकिन वह दृढ़निश्चयी रही और उसने अपनी जिंदगी को खतरे में डाला । वह अपने मिशन से एक मिलीमीटर भी नहीं डिगी। मुझे खुशी है कि उसकी सेवा और महिलाओं की आजादी और उनकी शिक्षा के लिए लड़ने की उसकी भावना को नोबेल शांति समिति ने मान्यता दी।’’ उन्होंने मलाला के साथ पुरस्कार में साझेदारी करने वाले भारत के कैलाश सत्यार्थी की भी सराहना करते हुए कहा कि लंबे समय से बाल श्रम के खिलाफ जारी उनकी गतिविधियों को विभिन्न संगठनों ने मान्यता दी है।
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