प्रतीकात्मक फोटो
केरल के मध्य और दक्षिणी जिलों के विभिन्न हिस्सों में भारी बारिश हुई है, जिसके कारण तटीय इलाकों में भारी नुकसान हुआ है। अधिकारिक सूत्रों ने बताया कि बारिश और अशांत समुद्र के कारण राज्य की राजधानी के तटीय इलाकों, अलप्पुझा और एर्नाकुलम जिलों में सैकड़ों घरों को नुकसान पहुंचा है। वहीं दिल्ली, हरियाणा और यूपी व बिहार में कड़ाके की गर्मी पड़ रही है।
घरों का पहुंचा नुकसान
उन्होंने बताया कि प्रशासन ने निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को निकालने का निर्देश दिया है जहां पर घरों को नुकसान पहुंचने की खबर है। इन इलाकों में प्रभावित लोगों के रहने के लिए राहत शिविर भी खोले गये हैं।
पुलिस ने बताया कि यहां के नजदीकी वलियाथुरा, अदीमलाथुरा और चेरियाथुरा के कई घरों में पानी घुस गया है और प्रभावित लोगों को राहत शिविरों में ले जाने के लिए पहले ही कदम उठाए गये हैं।
मौसम केंद्र की भविष्यवाणी
यहां के मौसम केन्द्र ने बताया कि 19 मई की सुबह में केरल के एक या दो स्थानों पर भारी बारिश :सात सेंटीमीटर से अधिक: से भारी से भारी बारिश :13 सेंटीमीटर से अधिक: हो सकती है।
इसे मॉनसून न समझें
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने यहां बताया कि दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के आगमन के कारण भारी बारिश नहीं हो रही है बल्कि बंगाल की खाड़ी में कम दवाब के कारण ऐसा हो रहा है।
घरों का पहुंचा नुकसान
उन्होंने बताया कि प्रशासन ने निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को निकालने का निर्देश दिया है जहां पर घरों को नुकसान पहुंचने की खबर है। इन इलाकों में प्रभावित लोगों के रहने के लिए राहत शिविर भी खोले गये हैं।
पुलिस ने बताया कि यहां के नजदीकी वलियाथुरा, अदीमलाथुरा और चेरियाथुरा के कई घरों में पानी घुस गया है और प्रभावित लोगों को राहत शिविरों में ले जाने के लिए पहले ही कदम उठाए गये हैं।
मौसम केंद्र की भविष्यवाणी
यहां के मौसम केन्द्र ने बताया कि 19 मई की सुबह में केरल के एक या दो स्थानों पर भारी बारिश :सात सेंटीमीटर से अधिक: से भारी से भारी बारिश :13 सेंटीमीटर से अधिक: हो सकती है।
इसे मॉनसून न समझें
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने यहां बताया कि दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के आगमन के कारण भारी बारिश नहीं हो रही है बल्कि बंगाल की खाड़ी में कम दवाब के कारण ऐसा हो रहा है।