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This Article is From Jun 16, 2011

पत्रकार जे डे हत्याकांड में हाईकोर्ट ने मांगी रिपोर्ट

Mumbai: बॉम्बे हाईकोर्ट ने महाराष्ट्र सरकार को निर्देश दिया कि वह 21 जून को वरिष्ठ पत्रकार ज्योतिर्मय डे की हत्या की जांच से संबंधित स्थिति रिपोर्ट पेश करे। न्यायमूर्ति रंजना देसाई और न्यायमूर्ति आरवी मोर ने कहा कि मामले के महत्व को देखते हुए वे यह भी निर्देश दे रह हैं कि राज्य सरकार सुनिश्चत करे कि प्रकरण में खुद महाधिवक्ता रवि कदम जिरह करें। पीठ वकील वीपी पाटिल और पूर्व पत्रकार केतन तिरोड़कर की दो याचिकाओं पर सुनवाई कर रही थी, जिनमें डे हत्याकांड में सीबीआई जांच कराने की मांग की गई है। अदालत ने दो पत्रकार संगठनों- प्रेस क्लब मुंबई और मराठी पत्रकार परिषद द्वारा दायर आवेदनों को भी विचारार्थ स्वीकार कर लिया, क्योंकि इनमें भी डे हत्याकांड में सीबीआई जांच की मांग की गई है। 11 जून को अज्ञात हमलावरों ने पवई उपनगरीय इलाके में पत्रकार ज्योतिर्मय डे की गोली मारकर हत्या कर दी थी। सरकारी वकील पांडुरंग पोल ने कहा कि जांच जारी है और शहर पुलिस तथा इसकी अपराध अन्वेषण शाखा सही दिशा में जा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार सचेत है और मामले को इस चरण में सीबीआई को सौंपने की कोई आवश्यकता नहीं है। हालांकि न्यायाधीशों ने कहा कि वे शहर पुलिस और इसकी अपराध अन्वेषण शाखा द्वारा जांच में की गई प्रगति के बारे में जानना चाहेंगे और उन्होंने राज्य सरकार को 21 जून को स्थिति रिपोर्ट पेश करने को कहा। याचिकाकर्ता पाटिल ने कहा, बीते समय में फर्जी मुठभेड़ों की तरह इस मामले में फर्जी जांच की संभावना है। उन्होंने सीबीआई जैसी किसी स्वतंत्र एजेंसी से जांच कराए जाने की मांग की। दूसरे याचिकाकर्ता केतन तिरोड़कर ने तर्क दिया कि पुलिस और अंडरवर्ल्ड के बीच गठजोड़ की आशंका है और डे हत्याकांड में सीबीआई जांच की मांग उचित है।

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जे डे, पत्रकार हत्याकांड, महाराष्ट्र सरकार, हाईकोर्ट