हाथरस केस (Hathras Case) में PFI लिंक मामले में जांच कर रही प्रवर्तन निदेशालय की टीम मथुरा पहुंची. प्रवर्तन निदेशालय जेल में बंद PFI मेंबर्स से हाथरस केस में दंगे के लिए इस्तेमाल फंडिंग के बारे में पूछताछ करेगी. एजेंसी दंगों की साजिश के लिए फंडिग का जरिया तलाश करने की कोशिश कर रही है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि हाल में हाथरस केस में मथुरा पुलिस ने 4 लोगों को गिरफ्तार किया था और उन्हें पीएफआई का मेंबर बताया गया था.
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दिल्ली में पहले ही PFI के खिलाफ ECIR केस दर्ज है, उसी ECIR के तहत ED आगे की तफ्तीश और कार्यवाही PFI के गिरफ्तार मेम्बर्स के खिलाफ करेगी. एजेंसी को शक है कि हाथरस में हुई घटना के बहाने राज्य में जातीय हिंसा भड़काने की साजिश रची गई थी.
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हाथरस में युवती के साथ हुई हैवानियत के बाद हो रही सियासी चहलकदमी के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दावा किया था कि कई संगठन उत्तर प्रदेश में जातिय हिंसा फैलाने की साजिश रच रहे थे. राज्य की पुलिस ने चार संदिग्ध लोगों को गिरफ्तार भी किया था.
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