हिन्दू महापंचायत हेट स्पीच मामले पर दिल्ली पुलिस का आधिकारिक बयान आया है. जिसमें कहा गया है कि महापंचायत करने के लिए आयोजकों की तरफ से इजाज़त मांगी गई थी. लेकिन बुराड़ी ग्राउंड जो डीडीए के अधीन आता है, उससे आयोजकों ने इजाज़त नहीं ली थी. इसलिए दिल्ली पुलिस ने भी कार्यक्रम के लिए परमिशन नहीं दी. लेकिन इसके बावजूद 3 मार्च को बुराड़ी ग्राउंड में हिन्दू महापंचायत आयोजित की गई. जिसमें करीब 700-800 लोगों ने हिस्सा लिया. पुलिस वहां कानून व्यवस्था कायम रखने के लिए थी. इस महापंचायत में डासना मंदिर के पुजारी यति नरसिंहानंद सरस्वती और सुदर्शन न्यूज़ के एडिटर सुरेश चव्हाण ने भड़काऊ भाषण दिए. इसे लेकर मुखर्जी नगर थाने में आईपीसी 188/153A के तहत केस दर्ज किया गया है.
मारपीट भी की
एक न्यूज पोर्टल के दो महिला समेत दो पत्रकारों ने बताया कि वो इस कार्यक्रम को कवरेज़ करने गए थे. जब वो बाहर निकल रहे थे. तब महापंचायत में आए लोगों ने उनके साथ मारपीट की और छेड़खानी की. उनका पहचान पत्र और मोबाइल छीनने की कोशिश की. इस मामले में आईपीसी 354/323/341/379/356/34 आईपीसी के तहत मुखर्जी नगर थाने में केस दर्ज किया गया है.
एक फ्रीलांस पत्रकार ने भी शिकायत की कि महापंचायत में उसके साथ मारपीट हुई है. इस मामले में आईपीसी 323/341 के तहत केस दर्ज किया गया है. पुलिस के अनुसार सोशल मीडिया पर नज़र रखी जा रही है और गलत जानकारी फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई होगी.
क्या है पूरा मामला
हिंदूवादी नेता यति नरसिंहानंद सरस्वती (Yeti Narasinghanand Saraswati) ने इस सभा में एक बार फिर भड़काऊ भाषण दिया था. दिल्ली के बुराड़ी में हिन्दू महापंचायत में उन्होंने कहा, "2029 में इस देश का प्रधानमंत्री मुसलमान होगा. उसके बाद हिंदुओं का कत्लेआम होगा और हिंदुओं को बचाने के लिए कोई नहीं होगा. अपने भाषण के दौरान यति नरसिंहानंद ने कश्मीर फाइल मूवी का भी जिक्र किया और कहा कि जैसे कश्मीरी अपनी जमीन जायदाद बहन बेटियों को छोड़कर भागे थे आने वाले वक्त में ऐसा नजारा देश के अन्य जगहों पर भी होगा. वो लगातार में धर्म संसद में मौजूद लोगों को भड़काते हुए नजर आए और बोला 2029 नहीं तो 2034 नहीं तो 2039 तक इस देश का प्रधानमंत्री मुस्लिम जरूर होगा.
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