हरियाणा में नहीं थम रहा किसानों का गुस्सा, एक और मंत्री हुए इसके शिकार

शनिवार की तरह हिसार और यमुनानगर जिलों में भी पुलिस को तैनात किया गया था और बवाल की आशंका को देखते हुए बैरिकेड्स लगाए गए थे.

हरियाणा में नहीं थम रहा किसानों का गुस्सा, एक और मंत्री हुए इसके शिकार

चंडीगढ़:

हरियाणा में गुस्साए किसानों ने आज दूसरे दिन भी भाजपा, उसके सहयोगियों और राज्य में उनके नेताओं के खिलाफ विरोध प्रदर्शन जारी रखा. प्रदर्शनकारियों ने आज फतेहाबाद जिले में पार्टी कार्यकर्ताओं की एक बैठक में प्रदर्शन किया, जिसमें राज्य के सहकारिता मंत्री बनवारी लाल उपस्थित थे. झज्जर में एक अन्य कार्यक्रम को भी निशाना बनाया गया.

शनिवार की तरह हिसार और यमुनानगर जिलों में भी पुलिस को तैनात किया गया था और बवाल की आशंका को देखते हुए बैरिकेड्स लगाए गए थे. हालांकि, किसानों ने उन्हें हटा दिया और पुलिस से भिड़ गए.

भाजपा कार्यकर्ताओं के झज्जर वाले कार्यक्रम में सांसद डॉ. अरविंद शर्मा, क्षेत्र के प्रभारी विनोद तावड़े और राज्य के अध्यक्ष ओम प्रकाश धनखड़ को शामिल होना था. इस कार्यक्रम के गुप्त रखे जाने के बाद भी किसान वहां पर पहुंचने में कामयाब रहे. तावड़े और धनखड़ खबर लिखे जाने तक वहां नहीं पहुंच पाए थे. 

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भाजपा की इस महीने कई कार्यक्रम आयोजित करने की योजना है, जिन्हें किसान निशाना बना रहे हैं. 

शनिवार को यमुनानगर में किसान की पुलिस के साथ झड़प हो गई थी, वहीं पर ट्रांसपोर्ट मंत्री पार्टी की एक बैठक को संबोधित करने वाले थे. ऐसा ही हिसार में हुआ, जहां धनखड़ गुरु जंभेश्वर यूनिवर्सिटी में एक प्रोग्राम में शामिल होने वाले थे. 

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किसानों ने पहले ही चेतावनी दी थी कि वे भाजपा और जननायक जनता पार्टी के नेताओं को किसी भी सार्वजनिक सभा को संबोधित नहीं करने देंगे. 

केंद्र सरकार के तीन नए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसान लगातार भाजपा नेताओं को निशाना बनाकर उनका विरोध कर रहे हैं. कांफी संख्या में किसानों ने दिल्ली में कैंप डाला हुआ है, इनमें से ज्यादात्तर पंजाब, हरियाणा, यूपी के हैं, कुछ देश के अन्य हिस्सों के किसान भी शामिल हैं.

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