महिलाओं के खिलाफ अपराधों से निपटने के लिए यहां स्थापित किये गये एक पुलिस थाने को कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने से रोकने के लिए लागू किए गये लॉकडाउन से प्रभावित जरूरतमंद लोगों के लिए भोजन बनाने की अतिरिक्त जिम्मेदारी दी गई है. पंचकूला के महिला पुलिस थाने में महिला पुलिसकर्मियों को अपनी ड्यूटी के घंटों के बाद थाने में संचालित विशेष रसोई में खाना बनाने की जिम्मेदारी भी दी गई है. इस रसोई में गत शनिवार को भोजन बनाने का काम शुरू हुआ और खाने के 300 से 500 पैकेट प्रतिदिन तैयार हो रहे है. एसएचओ नेहा चौहान ने कहा, "हम हर दिन ये खाने के पैकेट तैयार करते हैं और जिले में विभिन्न क्षेत्रों में हमारा पुलिस बल गश्त भी कर रहा है, हमें जहां भी इन पैकेट को वितरित किये जाने की ज़रूरत महसूस होती है वहां ये सेवा की जाती है."
उन्होंने कहा, ‘‘उदाहरण के लिए, भोजन के पैकेट पिंजौर क्षेत्र में जरूरतमंद लोगों को दिये गये हैं और किसी अन्य दिन ये पैकेट दूसरे क्षेत्र में दिये जाते हैं.'' चौहान लगभग 30 महिला पुलिसकर्मियों की एक टीम का नेतृत्व करती हैं और यह टीम महिलाओं के खिलाफ अपराध पर शिकायतों पर गौर करती है. कई बार यह टीम घरेलू विवादों में मध्यस्थता भी करती हैं. महिला पुलिसकर्मी हर रोज कच्चे माल के लिए चार हजार से पांच हजार रुपये जुटाती हैं. कभी कभी यह राशि उनके खुद के योगदान से एकत्र की गई है लेकिन अब कुछ लोगों ने सब्जियां देना भी शुरू कर दिया है और रसोई के लिए अन्य सामग्री भी दी जा रही है.
उन्होंने कहा, "हम लॉकडाउन तक इस विशेष रसोई को चलाने का इरादा रखते हैं. भोजन तैयार करते समय, हम दस्ताने और मास्क पहनते हैं और सुनिश्चित करते हैं कि अन्य सभी स्वच्छता उपायों का ध्यान रखा जाये." हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने इस पर ध्यान दिया है. उन्होंने ट्वीट किया था, ‘‘सेवा, सुरक्षा और सहयोग के ध्येय वाक्य के साथ हरियाणा पुलिस राज्य के नागरिकों की उम्मीदों पर खरा उतर रही है. मैं जरूरतमंदों की मदद के लिए अपनी ड्यूटी के बाद के घंटे समर्पित करने के लिए महिला पुलिस थाने, पंचकूला की सभी कर्मियों को सलाम करता हूं."
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