गुवाहाटी:
गुवाहाटी में आधे घंटे तक एक लड़की के साथ हुई बदसलूकी के मामले में दिसपुर के सब इंस्पेक्टर को सस्पेंड कर दिया गया है। इस मामले में महिला आयोग की टीम आज अपनी रिपोर्ट पेश करेगी।
इसके अलावा छेड़छाड़ के इस मामले में शामिल दो और लोगों को गिरफ्तार किया गया है जबकि भीड़ को उकसाने के आरोपी टीवी पत्रकार ने भी इस्तीफा दे दिया है।
‘न्यूजलाइव’ टीवी चैनल के पत्रकार गौरव ज्योति ने इस आरोप का खंडन किया है कि उन्होंने भीड़ को उकसाया था। उन्होंने अपने एक बयान में कहा, ‘मेरे खिलाफ ऐसे आरोप लगाए गए हैं कि मैंने नौ जुलाई की रात को जीएस रोड पर लड़की के साथ छेड़छाड़ की साजिश रची थी। मैं इसका कड़ाई से खंडन करता हूं और निराधार आरोपों को खारिज करता हूं।’
ज्योति ने चैनल के प्रबंधन से अनुरोध किया है कि जब तक उन्हें आरोपों से बरी नहीं कर दिया जाता तब तक कार्य से मुक्त किया जाए और कहा कि वह समझते हैं कि यह उनकी जिम्मेदारी है कि स्वतंत्र और निष्पक्ष सुनवाई हो।
ध्यान रहे, आरटीआई कार्यकर्ता अखिल गोगोई ने रिपोर्टर पर भीड़ को उकसावा देने के आरोप लगाए थे।
गोगोई का आरोप है कि पत्रकार के सहयोगी ने जब कहा कि लड़की के साथ छेड़छाड़ हुई, तो इस पर फिल्म बनाने वाले पत्रकार ने कहा कि उसने ही उन लोगों से ऐसा करने के लिए कहा। आरटीआई कार्यकर्ता ने दावा किया कि उन्होंने घटना की पूरी फुटेज हासिल की है। उन्होंने आरोप लगाया कि समाचार चैनल ने प्रसारण में इस हिस्से को काट दिया है।
वहीं, चैनल के प्रबंध संपादक सैयद जरीर हुसैन ने कहा कि गोगोई के आरोप बेबुनियाद हैं।
इस वीभत्स घटना के छह दिन बीत जाने के बाद जिन 10 लोगों की वीडियो क्लिपिंग के जरिये पहचान हुई थी, उन्हें गिरफ्तार नहीं किया जा सका है।
इसके अलावा छेड़छाड़ के इस मामले में शामिल दो और लोगों को गिरफ्तार किया गया है जबकि भीड़ को उकसाने के आरोपी टीवी पत्रकार ने भी इस्तीफा दे दिया है।
‘न्यूजलाइव’ टीवी चैनल के पत्रकार गौरव ज्योति ने इस आरोप का खंडन किया है कि उन्होंने भीड़ को उकसाया था। उन्होंने अपने एक बयान में कहा, ‘मेरे खिलाफ ऐसे आरोप लगाए गए हैं कि मैंने नौ जुलाई की रात को जीएस रोड पर लड़की के साथ छेड़छाड़ की साजिश रची थी। मैं इसका कड़ाई से खंडन करता हूं और निराधार आरोपों को खारिज करता हूं।’
ज्योति ने चैनल के प्रबंधन से अनुरोध किया है कि जब तक उन्हें आरोपों से बरी नहीं कर दिया जाता तब तक कार्य से मुक्त किया जाए और कहा कि वह समझते हैं कि यह उनकी जिम्मेदारी है कि स्वतंत्र और निष्पक्ष सुनवाई हो।
ध्यान रहे, आरटीआई कार्यकर्ता अखिल गोगोई ने रिपोर्टर पर भीड़ को उकसावा देने के आरोप लगाए थे।
गोगोई का आरोप है कि पत्रकार के सहयोगी ने जब कहा कि लड़की के साथ छेड़छाड़ हुई, तो इस पर फिल्म बनाने वाले पत्रकार ने कहा कि उसने ही उन लोगों से ऐसा करने के लिए कहा। आरटीआई कार्यकर्ता ने दावा किया कि उन्होंने घटना की पूरी फुटेज हासिल की है। उन्होंने आरोप लगाया कि समाचार चैनल ने प्रसारण में इस हिस्से को काट दिया है।
वहीं, चैनल के प्रबंध संपादक सैयद जरीर हुसैन ने कहा कि गोगोई के आरोप बेबुनियाद हैं।
इस वीभत्स घटना के छह दिन बीत जाने के बाद जिन 10 लोगों की वीडियो क्लिपिंग के जरिये पहचान हुई थी, उन्हें गिरफ्तार नहीं किया जा सका है।
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