स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत राणे ने सोमवार को कहा कि राज्य सरकार विवाह के पंजीकरण से पूर्व जोड़ों के लिये एचआईवी जांच अनिवार्य करने की योजना बना रही है. राणे ने कहा कि सरकार इस संबंध में विधेयक लाने पर विचार कर रही है. उन्होंने कहा, 'गोवा में विवाह के पंजीकरण से पूर्व जोड़ों के लिये एचआईवी जांच अनिवार्य बनाने की योजना है.' उन्होंने कहा कि गोवा का विधि विभाग तटीय राज्य में जांच को अनिवार्य बनाने के प्रस्ताव पर विचार कर रहा है.
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राणे ने कहा, 'विधि विभाग से विधेयक को मंजूरी मिल जाने के बाद हम इसे आगामी मॉनसून सत्र के दौरान विधानसभा में पेश कर सकते हैं.' 2006 में तत्कालीन कांग्रेस नीत राज्य सरकार ने भी ऐसा ही विधेयक पेश किया था जिसका विभिन्न वर्गों ने विरोध किया था.
गौरतलब है कि हर साल 1 दिसम्बर को वर्ल्ड एड्स डे (विश्व एड्स दिवस) मनाया जाता है. लोगों में इस वायरस के प्रति जागरूक लाने के लिए आज कई स्वास्थ्य शिविर लगाए जाते हैं. लेकिन बावजूद यूनिसेफ (UNICEF) की हाल ही में आई एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में 2017 तक करीब 1 लाख 20 हज़ार बच्चे और किशोर HIV संक्रमण से पीड़ित पाए गए. ये आंकड़ा दक्षिण एशिया के किसी देश में एचआईवी पीड़ितों की सबसे ज्यादा संख्या है.
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यूनिसेफ की इस रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि अगर एचआईवी एड्स (HIV/AIDS) को जल्द रोकने की कोशिश नहीं की गई तो 2030 तक हर दिन इस वायरस से 80 किशोरों की मौत हो सकती है. इसीलिए जरूरी है AIDS के लिए सतर्क रहना और मिथकों से खुद को बचाए रखना. क्योंकि आज भी लोग इस बीमारी की आशंका होने पर सीधा डॉक्टर के पास जाने के बजाय अपने करीबी से सलाह लेते हैं. (इनपुट:भाषा)