श्रीनगर: दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग में फिर हिंसा भड़क गई है। दरअसल, गोहत्या की अफवाह के बाद ट्रक क्लीनर की हत्या के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे लोग आज पुलिस के साथ भिड़ गए। पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए छर्रा बंदूक और आंसू गैस के गोलों का इस्तेमाल किया, जिसमें चार लोग घायल हो गए।
जाहिद अहमद की हत्या के बाद यह तीन दिनों में तीसरा विरोध प्रदर्शन है। 20 साल के जाहिद का घर अनंतनाग में ही है, जिस पर जम्मू के उधमपुर में 10 दिन पहले गोहत्या की अफवाह के चलते पेट्रोल बम से हमला किया गया था। उसका अस्पताल में इलाज चल रहा था, लेकिन रविवार को उसकी मौत हो गई थी।
तभी से घाटी में अशांति का दौर शुरू हो गया। अनंतनाग में रविवार और सोमवार को संघर्ष शुरू हो गए, जहां जाहिद का अंतिम संस्कार किया गया। जाहिद की हत्या के खिलाफ पूरी घाटी में बंद रहा। यही नहीं आज भी कई हिस्सों में बंद है।
सूत्रों का कहना है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कार्यालय कश्मीर की स्थिति पर नजर रखे हुए हैं।
विपक्षी दल नेशनल कॉन्फ्रेंस ने इस मामले के लिए बीजेपी को दोषी ठहराया है, जो जम्मू-कश्मीर में पीडीपी के साथ मिलकर सरकार चला रहे हैं। अब्दुल्ला ने कहा कि बीफ बैन के नाम पर बिना वजह मौत हुई, जिसके लिए बीजेपी और उसके सहयोगी जिम्मेदार हैं।
जाहिद पर हमला करने वाले नौ आदमियों और स्थानीय लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। सूत्रों का कहना है कि उनमें से तीन का संबंध राजनीतिक दलों से हैं और एक निलंबित पुलिस कांस्टेबल है।