धोखाधड़ी के शिकार हुईं जर्मनी की निना और स्पेन के एलेक्स.
नई दिल्ली:
मंगलवार को एनडीटीवी पर तीन विदेशी सैलानियों के साथ हुई धोखाधड़ी की खबर दिखाने और एनडीटीवी खबर में प्रकाशित करने के बाद बुधवार को पर्यटन मंत्रालय हरकत में आ गया. पर्यटन विभाग के आला अधिकारियों के साथ महेश शर्मा ने दिल्ली पुलिस के स्पेशल कमिश्नर मुकेश मीणा को भी तलब किया. देश की साख पर बट्टा न लगे इसको लेकर फैसले भी हुए.
राज्यों को पत्र लिखकर किया जाएगा सतर्क
दिल्ली पुलिस इनक्रेडिबल इंडिया और इंडिया टूरिज्म के नाम पर गोरखधंधा चला रही एजेंसियों पर सात दिनों में छापामारी करेगी. जिनके पास लाइसेंस नहीं हैं उनकी दुकान बंद होगी. इस बारे में राज्यों को भी चिट्ठी लिखी जाएगी कि वे भी ऐसी दुकानों पर कार्रवाई करें.
पर्यटकों के लिए बनाए जाएंगे पुलिस बूथ
बताया जाता है कि पर्यटकों को धोखाधड़ी की शिकार होने से बचाने के लिए स्पेशल टास्क फोर्स का गठन भी किया जाएगा. टूरिस्टों के लिए दिल्ली के रेलवे स्टेशन, बस अड्डों और एयरपोर्ट पर 15 दिनों में पुलिस बूथ बनाए जाएंगे. पुलिस की नजर उन स्थानों पर भी है जहां विदेशी होटल बुक करते हैं. वहां से उनकी जानकारी लीक होने की बात अगर साबित होती है तो संबंधित होटल का लाइसेंस रद होगा. सैलानी सोशल साइट के जरिए भी शिकायत कर सकते हैं. अब ई टूरिस्ट वीजा होल्डर को एक्टीवेटेड सिम कार्ड आते ही किट के साथ दिया जाएगा.
तीन पर्यटक हुए धोखाधड़ी के शिकार
गौरतलब है कि एनडीटीवी ने जर्मनी की निना, स्पेन के एलेक्स और जापान के शोतरो का दर्द दिखाया था कि कैसे इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर दाखिल होते ही उन्हें पहाड़गंज में बुक किए गए होटल में पहुंचाने के बजाए उनके साथ दलाली का दौर शुरू होता है. टैक्सी ड्राइवर पाठ पढ़ाता है कि इस सीजन में न तो होटल खाली हैं और न ही वे पहाड़गंज में अपने होटल पहुंच सकते हैं. फिर रही सही कसर ट्रैवेल एजेंसी वाले ने टूर पैकेज के नाम पर 65 से 80 हजार की मोटी कमाई कर पूरी कर ली. पुलिस मामला दर्ज करने के बजाए विदेशियों और दलालों के बीच डील करवाने में जुटी रही. दिल्ली पुलिस के स्पेशल कमिश्नर मुकेश मीणा ने कहा कि मामले की जांच कर रहे हैं. अगर कोई पुलिस वाला दोषी है तो उस पर कार्रवाई होगी.
पर्यटन मंत्री महेश शर्मा ने कहा कि ''इस मामले को लेकर हमने दिल्ली के पुलिस कमिश्नर से बात की है. उनसे कहा है कि वे घटना के लिए जिम्मेदार लोगों पर एक्शन लें. उनका भरोसा मिला है. साथ ही हम एनडीटीवी का मामला उजागर करने को लेकर शुक्रिया अदा करते हैं.''
राज्यों को पत्र लिखकर किया जाएगा सतर्क
दिल्ली पुलिस इनक्रेडिबल इंडिया और इंडिया टूरिज्म के नाम पर गोरखधंधा चला रही एजेंसियों पर सात दिनों में छापामारी करेगी. जिनके पास लाइसेंस नहीं हैं उनकी दुकान बंद होगी. इस बारे में राज्यों को भी चिट्ठी लिखी जाएगी कि वे भी ऐसी दुकानों पर कार्रवाई करें.
पर्यटकों के लिए बनाए जाएंगे पुलिस बूथ
बताया जाता है कि पर्यटकों को धोखाधड़ी की शिकार होने से बचाने के लिए स्पेशल टास्क फोर्स का गठन भी किया जाएगा. टूरिस्टों के लिए दिल्ली के रेलवे स्टेशन, बस अड्डों और एयरपोर्ट पर 15 दिनों में पुलिस बूथ बनाए जाएंगे. पुलिस की नजर उन स्थानों पर भी है जहां विदेशी होटल बुक करते हैं. वहां से उनकी जानकारी लीक होने की बात अगर साबित होती है तो संबंधित होटल का लाइसेंस रद होगा. सैलानी सोशल साइट के जरिए भी शिकायत कर सकते हैं. अब ई टूरिस्ट वीजा होल्डर को एक्टीवेटेड सिम कार्ड आते ही किट के साथ दिया जाएगा.
तीन पर्यटक हुए धोखाधड़ी के शिकार
गौरतलब है कि एनडीटीवी ने जर्मनी की निना, स्पेन के एलेक्स और जापान के शोतरो का दर्द दिखाया था कि कैसे इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर दाखिल होते ही उन्हें पहाड़गंज में बुक किए गए होटल में पहुंचाने के बजाए उनके साथ दलाली का दौर शुरू होता है. टैक्सी ड्राइवर पाठ पढ़ाता है कि इस सीजन में न तो होटल खाली हैं और न ही वे पहाड़गंज में अपने होटल पहुंच सकते हैं. फिर रही सही कसर ट्रैवेल एजेंसी वाले ने टूर पैकेज के नाम पर 65 से 80 हजार की मोटी कमाई कर पूरी कर ली. पुलिस मामला दर्ज करने के बजाए विदेशियों और दलालों के बीच डील करवाने में जुटी रही. दिल्ली पुलिस के स्पेशल कमिश्नर मुकेश मीणा ने कहा कि मामले की जांच कर रहे हैं. अगर कोई पुलिस वाला दोषी है तो उस पर कार्रवाई होगी.
पर्यटन मंत्री महेश शर्मा ने कहा कि ''इस मामले को लेकर हमने दिल्ली के पुलिस कमिश्नर से बात की है. उनसे कहा है कि वे घटना के लिए जिम्मेदार लोगों पर एक्शन लें. उनका भरोसा मिला है. साथ ही हम एनडीटीवी का मामला उजागर करने को लेकर शुक्रिया अदा करते हैं.''
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