रेटिंग एजेंसी Fitch Ratings ने चालू वित्त वर्ष 2020-21 के लिए भारत की जीडीपी यानी सकल घरेलू उत्पाद (Gross Domestic Product) के अनुमान को संशोधित किया है. फिच ने भारत के जीडीपी (India's GDP Forecast) के अनुमान को संशोधित कर -9.4 प्रतिशत कर दिया है. पहले फिच ने भारतीय अर्थव्यवस्था में 10.5 प्रतिशत की गिरावट का अनुमान लगाया था. एजेंसी ने इस वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही यानी जुलाई-सितंबर तिमाही में अर्थव्यवस्था में आई तेजी के बाद अपने अनुमान में बदलाव किए हैं.
फिच ने मंगलवार को जारी अपने वैश्विक आर्थिक परिदृश्य (Global Economic Outlook) में कहा कि ‘अब हमारा अनुमान है कि 2020-21 में भारत के जीडीपी में 9.4 प्रतिशत की गिरावट आएगी.' इससे पहले फिच ने भारतीय अर्थव्यवस्था में 10.5 प्रतिशत की गिरावट का अनुमान लगाया था. फिच ने कहा कि आगे के वर्षो में भारतीय अर्थव्यवस्था 11 प्रतिशत से अधिक (कोई बदलाव नहीं) और 6.3 प्रतिशत (0.3 प्रतिशत अधिक) की दर से वृद्धि दर्ज करेगी.'
सितंबर में फिच ने भारत के जीडीपी ग्रोथ के अपने अनुमान में 2020-21 के लिए बहुत ज्यादा- 10.5 फीसदी- की गिरावट का अनुमान लगाया था, जबकि उसके पहले एजेंसी का अनुमान 5 फीसदी कॉन्ट्रैक्शन का था.
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फिच ने अपने आउटलुक में कहा कि कोरोनावायरस महामारी की वजह से पैदा हुई मंदी ने देश की अर्थव्यवस्था को बुरी तरह प्रभावित किया है. ऐसे में भारत को अपने बहीखाते को दुरस्त करने और दीर्घावधि की योजना को लेकर सतर्कता बरतने की जरूरत है.
रेटिंग एजेंसी ने यह भी कहा कि अगले साल के मध्य से वैश्विक अर्थव्यवस्था भी मजबूत होगी. इसमें कोरोनावायरस की वैक्सीन आ जाने से बल मिलेगा और अर्थव्यस्था में रिकवरी ज्यादा सुनिश्चित हो जाएगी. फिच का अनुमान है कि 2020 में वैश्विक जीडीपी में 3.7 फीसदी की गिरावट आएगी. इसने अपने सिंतबर को ग्लोबल इकॉनमिक आउटलुक में 4.4 फीसदी के गिरावट का अनुमान लगाया था.
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