कृषि कानूनों (Farm Laws) को लेकर किसानों का आंदोलन (Farmers Protest) जारी है. कानूनों पर गतिरोध खत्म करने के लिए किसान संगठनों और सरकार के बीच शुक्रवार को आठवें दौर की बातचीत होनी है. सरकार-किसान वार्ता से पहले, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने मोदी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार ने पूंजीपति मित्रों के फायदे के लिए देश के अन्नदाताओं के साथ धोखा किया है. उन्होंने देशवासियों से किसानों का समर्थन करने की अपील भी की है.
राहुल गांधी ने वीडियो शेयर करते हुए अपने ट्वीट में लिखा, "मोदी सरकार ने अपने पूंजीपति मित्रों के फ़ायदे के लिए देश के अन्नदाता के साथ विश्वासघात किया है. आंदोलन के माध्यम से किसान अपनी बात कह चुके हैं. अन्नदाताओं की आवाज़ उठाना और उनकी मांगों का समर्थन करना हम सब का कर्तव्य है."
मोदी सरकार ने अपने पूँजीपति मित्रों के फ़ायदे के लिए देश के अन्नदाता के साथ विश्वासघात किया है।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) January 8, 2021
आंदोलन के माध्यम से किसान अपनी बात कह चुके हैं। अन्नदाताओं की आवाज़ उठाना और उनकी माँगों का समर्थन करना हम सब का कर्तव्य है।#किसान_के_लिए_बोले_भारत pic.twitter.com/3FYFTiNR1N
कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहा किसान आंदोलन शुक्रवार को अपने 44वें दिन में प्रवेश कर चुका है. कृषि कानूनों को रद्द या निरस्त करने को लेकर किसान संगठनों और सरकार के बीच अब तक हुई बात बेनतीजा रही. किसान संगठनों ने साफ कर दिया है कि वो इन कानूनों को पूरी तरह खत्म किए जाने से कम पर मानने के लिए तैयार नहीं हैं.
इस बीच, कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने शुक्रवार को समाचार एजेंसी एएनआई से कहा कि उन्हें आज कोई समाधान निकलने की उम्मीद है. उन्होंने कहा, "मुझे आशा है कि आज बातचीत सकारात्मक माहौल में होगी और कोई समाधान निकलेगा. बातचीत के दौरान, दोनों पक्षों को हल निकालने के लिए कदम उठाने होंगे."
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