छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के अंबिकापुर में नगर निगम की असंवेदनशीलता सामने आई है. उस पर आवास निर्माण के लिए कब्जे को लेकर किसान की लहलहाती फसल पर जेसीबी (JCB) चलवा कर फसल को चौपट करने का आरोप लगा है. हालांकि नगर निगम फसल नष्ट करने से इनकार कर रहा है.
किसानों का आरोप है की नगर निगम ने बिना नोटिस दिए यह कार्यवाही की. लहलहाती फसल को उजड़ता देख किसान रोते बिलखते नजर आए. पीड़ित किसान अशोक विश्वास ने कहा कि वह कई सालों से इस जमीन में खेती कर रहा है. उसने सरकार से इस जमीन में खेती के लिए पट्टे की मांग भी की थी, जो आज तक नहीं मिल सका।
आरोप है कि नगर निगम के द्वारा बिना नोटिस दिए कब्जे के लिए फसल को नष्ट कर दिया गया. दूसरे किसान महेंद्र प्रसाद कुशवाहा ने भी ऐसी ही दास्तान सुनाई. उसकी तैयार फसल भी कुछ ही दिनों में कटने वाली थी, लेकिन नगर निगम की कार्रवाई से किसान की लहलहाती फसल अब बर्बाद हो चुकी है. देखने वाली बात होगी कि किसान को उसकी बर्बाद हुई फसल का मुआवजा मिलता है या नहीं.
जानकारी के बावजूद फसल खड़ी की गई
इस मामले में मेयर अजय तिर्की ने बताया कि वह जमीन एक साल से प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए आरक्षित है. लोगों को इसकी जानकारी भी दी गई थी. इसके बावजूद फसल खड़ी की गई. कब्जे की कार्यवाही तहसीलदार और पटवारी की मौजूदगी में की गई. उन्होंने धान की फसल पर जेसीबी चलाकर उसे बर्बाद करने के आरोप को गलत ठहराया है
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