Pregnant Elephant Death in Kerala: केरल (Kerala) में गर्भवती हाथी (Pregnant Elephant) की दर्दनाक मौत से जुड़े मामले की प्राथमिक जांच में पाया गया है कि उसने गलती से पटाखे से भरा फल खा लिया होगा. यह बात पर्यावरण मंत्रालय ने सोमवार को कही. मंत्रालय के अनुसार, कई बार स्थानीय लोग जंगली सुअरों के खेतों में प्रवेश करने से रोकने के लिए विस्फोटक से भरे फल लगाने का अवैध कार्य करते हैं. गौरतलब है कि 15 वर्षीय मादा हाथी ने सिलिकॉन वैली के जंगल में पटाखे से भरे अनानास का सेवन कर लिया था जो उसके मुंह में फट गया. करीब एक सप्ताह बाद 27 मई को वेल्लियार नदी में इस हथिनी की मौत हो गई थी. मंत्रालय की ओर से इस बारे में कुछ टवीट्स किए गए गए जिसमें कहा गया है कि इस मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है. ट्वीट में कहा गया है, "प्राथमिक जांच में पता चला है कि संभवत: हाथी ने गलती से इस तरह के फल का सेवन किया है. मंत्रालय इस मामले में लगातार केरल सरकार के संपर्क में है और उन्हें दोषियों की तत्काल गिरफ्तारी के लिए कहा है."
As of now, one person has been arrested & efforts are on to nab more individuals who may have participated in this illegal & utterly inhumanae act. The @WCCBHQ has also been directed to act on this matter with utmost sense of urgency.#WildlifeProtection
— MoEF&CC (@moefcc) June 6, 2020
मंत्रालय ने यह भी ट्वीट किया है कि पर्यावरण राज्य मंत्री बाबुल सुप्रियो ने लोगों से सोशल मीडिया के जरिये आ रहीं "अफवाहों" पर विश्वास नहीं करने का आग्रह किया है.
In the meantime, MoS, MoEF&CC, Shri @SuPriyoBabul requests everyone to not indulge or fall prey to in any of the rumours & fake news that are being circulated in the #SocialMedia. #ElephantProtection
— MoEF&CC (@moefcc) June 6, 2020
गौरतलब है कि मंत्रालय ने रविवार को मामले में प्रगति जानने के लिए अधिकारियों के साथ बैठक की थी. वन महानिदेशक और मंत्रालय में विशेष सचिव (DGF & SS) संजय कुमार की अध्यक्षता में यह समीक्षा बैठक हुई थी. डीजीएफ और एसएस के अलावा, बैठक में राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) के एक अधिकारी, वन्यजीव महानिरीक्षक, पर्यावरण मंत्रालय, वन्यजीव अपराध नियंत्रण ब्यूरो (Wildlife Crime Control Bureau) के अतिरिक्त निदेशक और एलिफेंट सेल के वैज्ञानिकों ने भाग लिया था.
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