ED की चपेट में फंसे Avantha ग्रुप के प्रमोटर गौतम थापर, मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में हुए गिरफ्तार

Avantha Group के प्रमोटर व्यवसायी गौतम थापर को गिरफ्तार किया है. उनपर मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप हैं. ईडी ने मंगलवार को थापर से Avantha Realty और Yes Bank के को-फाउंडर राणा कपूर और उनकी पत्नी के बीच हुए प्रॉपर्टी के लेन-देन को लेकर पूछताछ की थी, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया.

ED की चपेट में फंसे Avantha ग्रुप के प्रमोटर गौतम थापर, मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में हुए गिरफ्तार

ED ने Avantha Group के प्रमोटर गौतम थापर को किया गिरफ्तार.

नई दिल्ली:

प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) ने Avantha Group के प्रमोटर व्यवसायी गौतम थापर (Gautam Thapar) को गिरफ्तार किया है. उनपर मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप (Money Laundering Case) हैं. उन्हें ईडी ने मंगलवार देर शाम गिरफ्तार किया. थापर के खिलाफ साल 2020 से कई बैंक धोखाधड़ी के मामलों में जांच चल रही है. इस साल जून में केंद्रीय जांच एजेंसी CBI ने उन पर और उनकी कंपनी पर कई बैंकों से 2,434 करोड़ रुपये से अधिक की धोखाधड़ी के मामले में मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया था. ईडी ने मंगलवार को थापर से Avantha Realty और Yes Bank के को-फाउंडर राणा कपूर और उनकी पत्नी के बीच हुए प्रॉपर्टी के लेन-देन को लेकर पूछताछ की थी, जिसके बाद शाम को उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. इसके अलावा दिल्ली और मुंबई में कई लोकेशनों पर उनके खिलाफ तलाशी भी ली गई है.

बता दें कि ईडी ने थापर सहित दिल्ली और गुरुग्राम की दो निजी कंपनियों के प्रमोटरों और डायरेक्टरों के खिलाफ केस दर्ज किया था. इनके ऊपर येस बैंक को लगभग 467 करोड़ रुपये का नुकसान पहुंचाने का आरोप है. सीबीआई पहले से ही थापर के खिलाफ लोन बैंक फ्रॉड मामले में भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच कर रही है.

ईडी ने Prevention of Money Laundering Act (PMLA) में अपनी जांच सीबीआई के एफआईआर के आधार पर शुरू की थी. यह एफआईआर स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने 11 अन्य बैंकों के कंशॉर्सियम के बिना पर लिखवाई थी. इस कंशॉर्सियम में येस बैंक भी शामिल है.

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

ऐसी जानकारी है कि CG Power and Industrial Solutions में भी कुछ अनियमितताओं के पीछे थापर की संदिग्ध भूमिका है, इसे लेकर उनसे पूछताछ भी हो चुकी है. सीजी पावर बोर्ड ने उन्हें 2019 में ही कुछ संदिग्ध लेने-देन में उनकी संदिग्ध भूमिका को लेकर चेयरमैन के पद से हटा दिया था.