बेंगलुरु (Bengaluru) की 21 वर्षीय जलवायु कार्यकर्ता दिशा रवि (Climate activist Disha Ravi) की गिरफ्तारी को लेकर रविवार को सोशल मीडिया (Social Media) पर काफी आक्रोश देखने को मिला. ट्वीटर (Twitter) पर दिशा रवि की गिरफ्तारी को लेकर राजनेताओं, शिक्षाविदों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, पत्रकारों, लेखकों और कवियों ने भी कड़ी आलोचना की है. कांग्रेस पार्टी के पूर्व मंत्री जयराम रमेश (Former Minister Jairam Ramesh) ने ट्वीट करते हुए लिखा, "पूरी तरह से अत्याचार है! ये अनुचित उत्पीड़न और धमकी है. मैं दिशा रवि के साथ अपनी एकजुटता व्यक्त करता हूं." इसके अलावा कांग्रेस के अन्य नेताओं और विपक्षी दलों के लोगों ने भी दिशा रवि की गिरफ्तारी को गलत बताया और इसकी खूब निंदा की. समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव (Samajwadi Party President Akhilesh Yadav) ने कहा, “सवाल ये है कि वो कब गिरफ्तार होंगे जो भारत की राष्ट्रीय एवं सामाजिक एकता को खंडित करने के लिए सुबह-शाम जनता के बीच घृणा व विभाजन को जन्म देने के लिए शाब्दिक ‘टूलकिट' जारी करते रहते हैं. भाजपा सरकार बताए कि शिकायत करने पर भी वो इन ‘टूलकिटजीवियों' पर कार्रवाई क्यों नहीं करती?”
Completely atrocious! This is unwarranted harassment and intimidation. I express my full solidarity with Disha Ravi. https://t.co/bRJOeC9MnK
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) February 14, 2021
... सवाल ये है कि वो कब गिरफ़्तार होंगे जो भारत की राष्ट्रीय एवं सामाजिक एकता को खंडित करने के लिए सुबह-शाम जनता के बीच घृणा व विभाजन को जन्म देने के लिए शाब्दिक ‘टूलकिट' जारी करते रहते हैं। भाजपा सरकार बताए कि शिकायत करने पर भी वो इन ‘टूलकिटजीवियों' पर कार्रवाई क्यों नहीं करती? pic.twitter.com/qnah0Swfj8
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) February 14, 2021
दिल्ली पुलिस ने ‘टूलकिट' बनाने वालों के संबंध में गूगल, अन्य सोशल मीडिया कंपनियों से जानकारी मांगी
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम (Senior Congress leader P. Chidambaram) ने ट्वीट कर कहा, "माउंट कार्मेल कॉलेज की 21 वर्षीया छात्रा और जलवायु कार्यकर्ता दिशा रवि राष्ट्र के लिए खतरा बन गई है, तो इसका मतलब है कि भारतीय राज्य बहुत ही कमजोर नींव पर खड़ा है." चिदंबरम ने दूसरी ट्वीट में लिखा, “इस देश में किसानों का समर्थन करने के लिए जारी किया गया एक टूलकिट चीनी सैनिकों के घुसपैठ से भी खतरनाक हो गया है. भारत बचकानी और बकवास हरकतें कर रहा है और यह दुखद है कि दिल्ली पुलिस उत्पीड़कों का हथियार बन गई है.” सीपीआई महासचिव सीताराम येचुरी (CPI General Secretary Sitaram Yechury) ने कहा कि मोदी सरकार को लगता है कि सेडिशन के तहत किसानों की एक बेटी को गिरफ्तार करके वह किसानों के आंदोलन को कमजोर कर सकती है. लेकिन वास्तव में ये देश के युवाओं को जागृत करेगा और लोकतंत्र के लिए संघर्ष को मजबूत करेगा. वहीं, कांग्रेस नेता शशि थरूर ने भी दिशा की गिरफ्तारी को लेकर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने ट्वीटर पर दिशा की गिरफ्तारी की खबर को रिट्वीट करते हुए लिखा, “एक्टिविस्ट जेल में बंद हैं, जबकि टेररिस्ट जमानत पर हैं. आश्चर्य है कि हमारे अधिकारी पुलवामा हमले की सालगिरह को कैसे मनाएंगे? आपके पास इस हेडलाइन के पेयर का जवाब है?”
यदि माउंट कार्मेल कॉलेज की 22 वर्षीया छात्रा और जलवायु कार्यकर्ता दिशा रवि देश के लिए खतरा बन गई है, तो भारत बहुत ही कमजोर बुनियाद पर खड़ा है।
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) February 14, 2021
चीनी सैनिकों द्वारा भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ की तुलना में किसानों के विरोध का समर्थन करने के लिए लाया गया एक टूक किट अधिक खतरनाक है!
भारत बेतुका रंगमंच बन रहा है और यह दुखद है कि दिल्ली पुलिस उत्पीड़कों का औजार बन गई है।
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) February 14, 2021
मैं दिशा रवि की गिरफ्तारी की कड़ी निंदा करता हूं और सभी छात्रों और युवाओं से आग्रह करता हूं कि वे निरंकुश शासन के खिलाफ आवाज उठाएं।
Modi regime thinks by arresting a grand daughter of farmers, under Sedition, it can weaken the farmers' struggles.
— Sitaram Yechury (@SitaramYechury) February 14, 2021
In fact, it will awaken the youth of the country and strengthen the struggles for democracy. #DishaRavihttps://t.co/xRIK1BrU9s
DishaRavi's arrest is the latest escalation in India's crackdown on free expression&political dissent as it seeks2stifle the farmers' mass protests, says the @dailytelegraph UK. Doesn't GoI care about the damage it's doing to its own global image? https://t.co/TILH9XKYkg
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) February 14, 2021
दिशा की गिरफ्तारी को लेकर सोशल मीडिया पर लगातार आ रही प्रतिक्रियाओं के बीच संयुक्त किसान मोर्चा ने भी उनकी गिरफ्तारी की निंदा की और तत्काल रिहाई की मांग की है. एसकेएम नेता दर्शन पाल की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है, ‘‘सरकार ने संसद में बेशर्मी से स्वीकार किया कि उसके पास उन किसानों का कोई आंकड़ा नहीं है, जिन्होंने जारी आंदोलन में अपनी जान कुर्बान की.'' उन्होंने कहा, ‘‘एसकेएम ने एक ब्लॉग साइट बनायी है जहां सरकार चाहे तो ऐसा डेटा आसानी से उपलब्ध है. यह वही निष्ठुरता है जिसके परिणामस्वरूप अब तक लोगों की जान गई है.'' संयुक्त मोर्चा की तरफ से कहा गया है कि हम दिशा की गिरफ्तारी की निंदा करते हैं. वो किसानों के समर्थन में खड़ी थीं. हम उनकी तत्काल बिना शर्त रिहाई की मांग करते हैं. इसके अलावा रविवार को दिनभर दिशा की गिरफ्तारी को लेकर सोशल मीडिया पर ट्रेंडिंग देखा गया. सोशल मीडिया पर कई राजनेताओं से लेकर सामाजिक कार्यकर्ताओं, पत्रकारों, लेखकों और कवियों ने उनकी गिरफ्तारी की आलोचना की.
Some serious charges applied against a 21 year old for sharing a ‘dangerous' toolkit. As per BJP our nation is so weak that a written document about farmer agitation shared by an international celebrity will lead to its ‘breakup'
— Priyanka Chaturvedi (@priyankac19) February 14, 2021
The nation is much stronger than this toolkit,BJP
Arrest of climate activist Disha Ravi is most unfortunate & shocking. Custodial interrogation of a young woman without any criminal antecedents cannot be justified.
— Anand Sharma (@AnandSharmaINC) February 14, 2021
Indian officials have arrested another young female activist, 21 yo Disha Ravi, because she posted a social media toolkit on how to support the farmers' protest. Read this thread about the sequence of events and ask why activists are being targeted and silenced by the government. https://t.co/ycUgDEqwdF
— Meena Harris (@meenaharris) February 14, 2021
Standing unconditionally in solidarity and support with #DishaRavi. I'm so sorry this happened to you sister. We are all with you. Stay strong. This injustice too shall pass. #shameondelhipolice
— Siddharth (@Actor_Siddharth) February 14, 2021
Disha Ravi is 21 yrs
— Claudia Webbe MP (@ClaudiaWebbe) February 14, 2021
A climate activist from India she campaigns for clean air, clean water and a liveable planet
She is now facing state sanctioned violence for peacefully supporting farmers
Silence is not an option we must all condemn this act of suppression#FarmersProtest
Delhi police arrest young climate activist @Disha__Ravi on ridiculous charges. "Only a government that puts profit over people would consider asking for clean air, clean water and a livable planet, an act of terrorism.” https://t.co/fguS3SQ0L3
— Bill McKibben (@billmckibben) February 14, 2021
I'm very concerned for climate activist #dishaRavi International leaders must condemn these trumped up charges and her detainment. https://t.co/XUeAr8cC56
— lucy siegle (@lucysiegle) February 14, 2021
Delhi police is making a mockery of itself . I wish they would show as much efficient and promptness in identifying the police who tortured and murdered man while forcing him to sing the anthems or the arrest of the real culprits behind JNU attack like #komalSharna https://t.co/1eHhob5SqA
— অনির Onir اونیر ओनिर (@IamOnir) February 14, 2021
Immediate Release of Climate Activist#DishaRavi #ReleaseDishaRavi pic.twitter.com/aUIb4mbMxr
— Tribal Army (@TribalArmy) February 14, 2021
In @BJP4India's India terror-accused PragyaThakur gets a ticket. Anurag Thakur who leads “Goli maron” is a Minister & a 21 year ol' climate activist gets jailed.
— Trisha Shetty (@TrishaBShetty) February 14, 2021
BJP is anti-India,anti-Constitution & anti-human rights. #KisaanMajdoorEktaZindabad
Free Disha Ravi, you cowards! https://t.co/Otv6yiLGEo
disha ravi, a 21-year-old climate activist, has been arrested by delhi police for sharing a toolkit @GretaThunberg posted in support of the #farmersprotest.
— rupi kaur (@rupikaur_) February 14, 2021
disha's arrest is alarming and the world needs to pay attention. #freedisharavihttps://t.co/IYGsLpNjwZ
21 year old climate activist, Disha Ravi, has been arrested for sharing a social media toolkit in support of the Farmer's Protest.
— Karuna Nundy (@karunanundy) February 14, 2021
Disha's the daughter of a single mother. Allegations of criminality are ludicrous, to arrest in such a case more so. https://t.co/EkJ65GCbYP
Ok now we're arresting 21-year old climate activists. Well done India, you big superpower you
— Mihir Sharma (@mihirssharma) February 14, 2021
बता दें कि किसानों के प्रदर्शन से जुड़ी ‘टूलकिट' सोशल मीडिया पर साझा करने में संलिप्तता के आरोप में जलवायु कार्यकर्ता दिशा रवि को बेंगलुरू से गिरफ्तार किया गया है. दिल्ली पुलिस के साइबर प्रकोष्ठ के दल ने दिशा रवि (21) को शनिवार को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने आरोप लगाया कि भारत के खिलाफ वैमनस्य फैलाने के लिए दिशा और अन्य ने खालिस्तान-समर्थक समूह ‘पोएटिक जस्टिस फाउंडेशन' के साथ साठगांठ की. दिल्ली पुलिस ने ट्वीट कर दावा किया, ‘‘ग्रेटा थनबर्ग के साथ टूलकिट साझा करने वालों में से दिशा भी एक थीं.'' एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि दिशा को पूछताछ के लिए उनके घर से हिरासत में लिया गया और बाद में ‘टूलकिट' बनाने एवं उसके प्रसार में संलिप्तता के आरोप में गिरफ्तार किया गया. दिशा बेंगलुरु के एक निजी कॉलेज से बीबीए की डिग्री धारक हैं और वह ‘फ्राइडेज फॉर फ्यूचर इंडिया' नामक संगठन की संस्थापक सदस्य भी हैं.
'जिन्होंने जिंदगी भर खिलाया, हम उनके साथ; महात्मा गांधी की 87 वर्षीय पोती का किसान आंदोलन को समर्थन
दिल्ली पुलिस के अतिरिक्त जनसपंर्क अधिकारी अनिल मित्तल ने एक बयान में कहा, ‘‘टूलकिट दस्तावेज से संबंधित आपराधिक साजिश से जुड़ी जांच के मामले में दिशा को बेंगलुरु से गिरफ्तार किया गया. वह टूलकिट का संपादन करने वालों में से एक हैं और दस्तावेज को बनाने एवं फैलाने के मामले में मुख्य साजिशकर्ता हैं.'' अधिकारी ने कहा कि रवि का लैपटॉप और मोबाइल फोन आगे की जांच के लिए जब्त किया गया है. साथ ही पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि क्या वह और भी लोगों के संपर्क में थी, जो इस मामले में संलिप्त हैं.
इस बीच, ‘टूलकिट' सोशल मीडिया पर साझा करने में संलिप्तता से जुड़े मामले में दिल्ली की एक अदालत ने रविवार को दिशा को पांच दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया. पुलिस ने दिशा को रविवार को अदालत में पेश किया और उन्हें सात दिनों के लिए पुलिस हिरासत में भेजने का अनुरोध किया. पुलिस ने कहा कि भारत सरकार के खिलाफ कथित तौर पर बड़े स्तर पर साजिश रचने और खालिस्तानी आंदोलन में भूमिका को लेकर जांच करने के लिए हिरासत की आवश्यकता है. सुनवाई के दौरान दिशा अदालत कक्ष में रो पड़ीं और न्यायाधीश से कहा कि उन्होंने केवल दो लाइनें ही संपादित की थीं और वह किसान आंदोलन का समर्थन करना चाहती थीं.
Video: देस की बात : दिल्ली पुलिस का दावा, टूल किट बनाने और एडिट करने में दिशा की अहम भूमिका
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