स्वीडन की जलवायु परिवर्तन कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग (Swedish climate activist Greta Thunberg) ने भारत में टूल किट केस में गिरफ्तार 22 साल की दिशा रवि (Disha Ravi) का समर्थन किया है, जो राजद्रोह और अन्य आरोपों के मामले में जेल में हैं. थनबर्ग द्वारा स्थापित संगठन फ्राइडेज फॉर फ्यूचर (FFF) ने भी कहा है कि वे शांतिपूर्ण और गरिमापूर्ण ढंग से अपनी आवाज उन लोगों के लिए उठाते रहेंगे जो खतरे में रहेंगे, सबके लिए न्याय सुनिश्चित करेंगे. इस संगठन की स्थापना थनबर्ग ने अगस्त 2018 में की थी, जब वह महज 15 साल की थीं.
दिशा रवि की गिरफ्तारी के विरोध एफएफएफ के ट्वीट को लाइक करते हुए थनबर्ग ने #StandWithDishaRavi के साथ ट्वीट किया. उन्होंने कहा, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और शांतिपूर्ण तरीके से विरोध प्रदर्शन करने के मानवाधिकार पर कोई बहस नहीं की जा सकती. दिल्ली पुलिस का कहना है कि दिशा रवि के साथ शांतनु मुलुक और निकिता जैकब (Nikita Jacob) ने किसान आंदोलन से जुड़ी टूल किट में एडिट किया था. इस टूल किट में प्लान था कि कैसे किसानों के प्रदर्शन को आगे ले जाना है.
दिल्ली पुलिस ने इसे राजद्रोह का मामला बताया है, जबकि आलोचकों का कहना है कि किसी भी मामले में सोशल मीडिया (Social Media Toolkit Case)पर ऐसा कंपेन चलाया जाता है. दिल्ली पुलिस का कहना है कि थनबर्ग ने पहले यह गूगल डॉक्यूमेंट ट्वीट कर दिया था, लेकिन बाद में इसे डिलीट कर दिया. दिल्ली में किसानों की 26 जनवरी को होने वाली ट्रैक्टर रैली में हिंसा भड़क गई थी.
फ्राइडेज फॉर फ्यूचर (Fridays for Future) ने ट्वीट कर कहा, दिशा हमारे आंदोलन का अहम हिस्सा है. न केवल वह भारत में पर्यावरण के मामलों में अपनी आवाज उठा रही है, बल्कि देश के सबसे ज्यादा प्रभावित और वंचित समूह को समानता और भागीदारी दिलाने के मामले में भी संघर्ष कर रही है.
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