नई दिल्ली:
भ्रष्टाचार और न्यायिक कदाचार के आरोपों में महाभियोग का सामना कर रहे सिक्किम उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश पीडी दिनाकरण ने तीन सदस्यीय जांच समिति में अविश्वास व्यक्त करते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया। राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल को भेजे अपने दो पृष्ठ के त्यागपत्र में उन्होंने कहा, पद त्यागने से पहले, मुझे भारी मन से यह स्वीकार करना चाहिए कि संवैधानिक पद के बावजूद न्यायाधीशों की जांच समिति से मुझे अपना, अपनी प्रतिष्ठा का बचाव करने का उचित अवसर से वंचित कर दिया गया। दलित समुदाय से ताल्लुक रखने वाले 61 वर्षीय दिनाकरण ने यह भी कहा कि उनके मन में संदेह है कि सामाजिक रूप से दमित एवं समाज के पिछड़े वर्ग में जन्म लेने की परिस्थितियों की वजह से उन्हें यह दिन देखना पड़ रहा है। नाराज दिनाकरण ने कहा कि वह मीडिया सुनवाई के शिकार बने हैं। उन्होंने कहा, मीडिया ने हमारा, हमारे परिवार तथा हमारी प्रतिष्ठा का सत्यानाश कर दिया।