नई दिल्ली:
दिग्विजय सिंह ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को पत्र लिखकर भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी द्वारा चलाई जा रही कंपनियों के संदिग्ध वित्त पोषण के आरोपों की जांच कराए जाने की मांग की।
अपनी चिट्ठी में दिग्विजय सिंह ने एनडीटीवी की रिपोर्ट का जिक्र कर जांच करने की मांग की है। दिग्विजय ने प्रधानमंत्री से कहा कि गडकरी के खिलाफ प्रथम दृष्टया गंभीर धोखाधड़ी जांच कार्यालय से जांच कराये जाने का मामला बनता है।
एनडीटीवी ने गडकरी के पूर्ति ग्रुप के खिलाफ वित्तीय अनियमितताओं के कई मामलों का खुलासा किया है। एनडीटीवी की जांच में पता चला है कि गडकरी जब महाराष्ट्र के पीडब्ल्यूडी मंत्री थे तब आइडियल रोड बिल्डर्स नाम की एक कंपनी को कई ठेके मिले और इसी कंपनी ने बाद में गडकरी की कंपनी पूर्ति ग्रुप में भारी निवेश किया।
इसे लेकर गडकरी आरोपों के घेरे में हैं। इन आरोपों पर गडकरी के खिलाफ जांच पर तो वीरप्पा मोइली बोले लेकिन जब एनडीटीवी ने रॉबर्ट वाड्रा के मामले की जांच की बात की तब उन्होंने इस सवाल का जवाब देने से ही इनकार कर दिया।
बीजेपी अध्यक्ष नितिन गडकरी पर सवाल गहरा गए हैं। नितिन गडकरी पर तमाम आरोप निम्न हैं -
− क्या पूर्ति ग्रुप को फर्जी कंपनियां या शेल कंपनियों से पैसा मिला
− क्या गडकरी ने महाराष्ट्र में मंत्री रहते हुए आइडियल रोड बिल्डर्स (आईआरबी) को फायदा पहुंचाया
− क्या आईआरबी ने पूर्ति ग्रुप में पैसा नहीं लगाया
− क्या ये फायदे के बदले में फायदा पहुंचाना नहीं है
नितिन गडकरी और आइडियल रोड बिल्डर्स में कारोबारी रिश्तों की कहानी ये आकंड़े बयां करते हैं।
− 1995−99 गडकरी महाराष्ट्र के PWD मंत्री थे।
− 1995−99 आइडियल रोड बिल्डर्स को 63 करोड़ के छह प्रोजेक्ट मिले। इनमें मुंबई−पुणे एक्सप्रेसवे का ठेका भी शामिल है।
− 1996−99 आइडियल रोड बिल्डर्स का टर्नओवर 41 करोड़ से बढ़कर 67 करोड़ हुआ।
अपनी चिट्ठी में दिग्विजय सिंह ने एनडीटीवी की रिपोर्ट का जिक्र कर जांच करने की मांग की है। दिग्विजय ने प्रधानमंत्री से कहा कि गडकरी के खिलाफ प्रथम दृष्टया गंभीर धोखाधड़ी जांच कार्यालय से जांच कराये जाने का मामला बनता है।
एनडीटीवी ने गडकरी के पूर्ति ग्रुप के खिलाफ वित्तीय अनियमितताओं के कई मामलों का खुलासा किया है। एनडीटीवी की जांच में पता चला है कि गडकरी जब महाराष्ट्र के पीडब्ल्यूडी मंत्री थे तब आइडियल रोड बिल्डर्स नाम की एक कंपनी को कई ठेके मिले और इसी कंपनी ने बाद में गडकरी की कंपनी पूर्ति ग्रुप में भारी निवेश किया।
इसे लेकर गडकरी आरोपों के घेरे में हैं। इन आरोपों पर गडकरी के खिलाफ जांच पर तो वीरप्पा मोइली बोले लेकिन जब एनडीटीवी ने रॉबर्ट वाड्रा के मामले की जांच की बात की तब उन्होंने इस सवाल का जवाब देने से ही इनकार कर दिया।
बीजेपी अध्यक्ष नितिन गडकरी पर सवाल गहरा गए हैं। नितिन गडकरी पर तमाम आरोप निम्न हैं -
− क्या पूर्ति ग्रुप को फर्जी कंपनियां या शेल कंपनियों से पैसा मिला
− क्या गडकरी ने महाराष्ट्र में मंत्री रहते हुए आइडियल रोड बिल्डर्स (आईआरबी) को फायदा पहुंचाया
− क्या आईआरबी ने पूर्ति ग्रुप में पैसा नहीं लगाया
− क्या ये फायदे के बदले में फायदा पहुंचाना नहीं है
नितिन गडकरी और आइडियल रोड बिल्डर्स में कारोबारी रिश्तों की कहानी ये आकंड़े बयां करते हैं।
− 1995−99 गडकरी महाराष्ट्र के PWD मंत्री थे।
− 1995−99 आइडियल रोड बिल्डर्स को 63 करोड़ के छह प्रोजेक्ट मिले। इनमें मुंबई−पुणे एक्सप्रेसवे का ठेका भी शामिल है।
− 1996−99 आइडियल रोड बिल्डर्स का टर्नओवर 41 करोड़ से बढ़कर 67 करोड़ हुआ।
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